- दुकान पर आने-जाने वाला परिचित ही निकला घटना का मास्टरमाइंड
- एसपी व एएसपी की निगरानी से मिली घटना के चार दिन के भीतर सफलता
बाराबंकी। जनपद की सर्विलांस पुलिस टीम व लखनऊ एसटीएफ ने शुक्रवार को चार दिन के भीतर संयुक्त रूप से थाना कुर्सी अंतर्गत बर्तन व्यापारी के घर हुई लाखों की लूट का खुलासा कर दिया। इसके संबंध में पुलिस लाइन स्थित सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बीती 19 तारीख को थाना कुर्सी के टिकैतगंज मजरे मोहसण्ड निवासी शिवलाल पुत्र मैकूलाल ने पुलिस को सूचना देकर बताया कि 18 तारीख को शाम 7:30 बजे वह अपनी दोनों बहनों के साथ घर पर मौजूद था। इसी बीच कुछ लोग सामान लेने के बहाने उसके घर पर आए और हथियार दिखाकर हम सभी को पीछे के कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद आरोपी घर में रखा जेवरात व नगदी लूट ले गए। मामले में पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने तत्काल फील्ड यूनिट के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया और संबंधित टीमों को समुचित दिशा निर्देश दिए। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी चिरंजीवी नाथ सिंह के निर्देशन व क्षेत्राधिकार फतेहपुर रघुवीर सिंह के पर्यवेक्षण में चार टीमों का गठन कर दिया गया। जोकि लगातार लुटेरों की तलाश में जुड़ गई। जिसकी लगातार एएसपी उत्तरी द्वारा घटना स्थल पर पहुंच कर संबंधित टीमों द्वारा की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की गई। जिसमें शुक्रवार को जनपद की पुलिस सहित लखनऊ एसटीएफ ने मैन्युअल इंटेलिजेंस व सीसीटीवी फुटेज सहित डिजिटल डाटा की मदद से 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का सफल अनावरण कर दिया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी में नौशाद पुत्र मुख्तार निवासी ग्राम भौली थाना बक्शी का तालाब, मनोज पुत्र सत्रोहन निवासी फैजुल्लागंज गणेश विहार कॉलोनी, एस आर पैलेस के बगल थाना मड़ियांव, रूपेंद्र उर्फ सूरज पुत्र पुत्तन सिंह निवासी देवरी रुखारा थाना बख्शी तालाब, मोनू उर्फ अभिषेक सिंह पुत्र बचन सिंह निवासी ग्राम मानपुर बना थाना बक्शी का तालाब, प्रेम कुमार पुत्र राजकुमार निवासी ग्राम लोहारी माजरी डिकरी बाजार खिंजना थाना घुंघटेर जनपद बाराबंकी, राम बहादुर सिंह पुत्र भगवान बक्श सिंह निवासी ग्राम कुंवरपुर थाना महिगंवा जनपद लखनऊ व राजू यादव उर्फ वीरेंद्र कुमार पुत्र स्वर्गीय सोहन लाल यादव निवासी ग्राम लांघनिया थाना बिसवन जनपद सीतापुर शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के पास उससे संबंधित 21 किलोग्राम चांदी के आभूषण, 51 ग्राम सोने के आभूषण, 5075 नगद दो तमंचा व चार जिंदा कारतूस सहित एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल बरामद की है। जिसके बाद गुरुवार देर रात पुलिस टीम ने घटना में प्रयोग हुए तमंचे को बरामद करने के लिए नौशाद को मदारपुर पुलिया के पास लेकर पहुंची। जहां अंधेरे का फायदा उठाकर पुलिस टीम को चकमा देकर मदारपुर पुलिया के पास में रखे तमंचा व कारतूस को लेकर नौशाद मौके से भाग गया। जिसे पकड़ने के लिए पुलिस ने कांबिंग शुरू कर दी। पुलिस टीम को मौके पर आता देख नौशाद ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक गोली लगने से नौशाद पैर से जख्मी हो गया। जिसे पुलिस ने उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
(घटना का मास्टरमाइंड :अमरजीत यादव)
टिकटगंज कस्बे के पास स्थित मोसण्ड का रहने वाला वांछित अभियुक्त अमरजीत यादव बर्तन व्यापारी शिवकुमार के घर व दुकान पर आता जाता था। जिससे उसे पता था कि शिवकुमार के घर में पुराने समय से रहना एवं गिरवी पर सोने चांदी के आभूषण रखे जाते है। इस बात को उसने अपने बहनोई गनेशी जोकि इस घटना में वांछित अभियुक्त है उससे साझा किया। इसके बाद गनेशी पिछले कुछ दिनों से ग्राहक बनकर शिवकुमार की दुकान वह घर पर आने-जाने लगा। जिससे दोनों को घर व दुकान संबंधित पूरी जानकारी हो गई। फिर उन्होंने महिगंवा के हिस्ट्रीशीटर अपराधी राम बहादुर सिंह से अन्य बदमाशों को बुलाने के लिए संपर्क किया। घटना के तीन दिन पहले सभी बदमाश भड़सर उसके पास स्थित क्रिकेट ग्राउंड पहुंचे। जहां पर राम बहादुर, अभिषेक, राजू, सूरज, नौशाद व प्रेम को लेकर आया था।वहीं पर योजना बनाई गई कि सोमवार को शाम होने के बाद जब सेठ के नौकर दुकान से चले जाते हैं तो हम लोग घर में दाखिल होंगे। जिसकी रिकी अमरजीत करेगा। साथ ही घटना को अंजाम देने के लिए एक बड़ी गाड़ी की व्यवस्था की गई। जिसमें राम बहादुर के कहने पर पारस निवासी सागरपुर ने इनोवा गाड़ी मंगाई। पारस और कोई नहीं वह राम बहादुर के ढाबे के बाहर चाट का ठेला लगाता था। 18 तारीख को सभी 12 बदमाश वही क्रिकेट ग्राउंड पर इकट्ठा हुए। यहां इनोवा में बैठे बदमाशों को अमरजीत ने आगे मोटरसाइकिल से रास्ता दिखाया और पीछे एक मोटरसाइकिल पर प्रेम और उसके साथ बैठे नौशाद ने बैकअप सपोर्ट दिया। घटनास्थल पर पहुंचकर गाड़ी में बैठे बदमाशों को अमरजीत ने घटनास्थल की पहचान कराई और गाड़ी फिर वहां से बिना रुके आगे तिराहे पर जाकर खड़ी हो गई। वहां से पांच बदमाश आंसू अफसर राजू अभिषेक और सूरज घटना को अंजाम देने के लिए हथियार लेकर मौके पर पहुंच गए। पीछे से नौशाद और गनेशी भी वह पहुंच गए।फिर उन्होंने पीड़ित परिवार को डरा धमका कर लूट की घटना को अंजाम दिया और वहां से रफू चक्कर हो गए।(एएसपी की निगरानी से मिली सफलता )
19 तारीख को थाना कुर्सी पर क्षेत्र के बर्तन व्यापारी शिवकुमार द्वारा उनके घर पर लाखों की हुई लूट की सूचना के बाद एसपी दिनेश कुमार सिंह ने तत्काल मौके का निरीक्षण किया और एएसपी उत्तरी चिरंजीवी नाथ सिंह सहित संबंधित टीमों को समुचित दिशा निर्देश दिए। जिसपर एएसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने घटनास्थल पर कैंप लगाकर संबंधित टीमों की सघन निगरानी जारी रखी। जिसके चलते पुलिस टीमों ने चार दिन के भीतर बर्तन व्यापारी के घर हुई लाखों की लूट का खुलासा कर दिया।