जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में हमले में पांच सैनिक बलिदान हो गए। दो घायल हैं। दहशतगर्दों ने ग्रेनेड दागे, फिर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। दो जवानों के शव क्षत-विक्षत भी कर दिए गए हैं। कुछ जवानों के हथियार भी ले भागने की आशंका है। पाकिस्तान समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के तत्काल बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ देर रात तक जारी रही। रात होने के बाद भी पूरे इलाके में घेराबंदी है ताकि दहशतगर्द मौके से भाग न निकलें।
जानकारी के अनुसार बफलियाज की ओर से 48 राष्ट्रीय राइफल्स के दो वाहन डेरा गली आ रहे थे। इनमें एक जिप्सी तथा दूसरा ट्रक था। राजोरी-थन्नामंडी-सुरनकोट रोड पर सावनी में घात लगाए आतंकियों ने पहले ग्रेनेड दागा। दोनों वाहनों के रुकते ही चारों ओर से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की संख्या चार से छह बताई जा रही है। जम्मू में सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्थवाल ने बताया कि सैन्य वाहन से जवानों को बुधवार रात से जारी घेराबंदी एवं तलाशी अभियान वाले इलाके में लाया जा रहा था।
घटनास्थल पर बिखरा खून
घटनास्थल से वीभत्स दृश्य सामने आए हैं। हर ओर खून फैला होने के साथ ही जवानों के टूटे हेलमेट व दोनों सैन्य वाहनों के टूटे शीशे बिखरे पड़े हैं। पूरे इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। आतंकी हमले में नायक बीरेंद्र सिंह (15 गढ़वाल राइफल), नायक करन कुमार (एएससी), राइफल मैन चंदन कुमार (89 आर्म्ड रेजीमेंट), राइफल मैन गौतम कुमार (89 आर्म्ड रेजीमेंट) और एक अन्य जवान बलिदान हो गए। पांचवें शहीद जवान का नाम फिलहाल सेना की ओर से जारी नहीं किया गया है।
26 माह, चौथी वारदात, 21 जवान बलिदान
11 अक्तूबर 2021: चमरेड इलाके में तलाशी अभियान चला रहे जवानों पर घात लगाकर हमला, जेसीओ समेत पांच बलिदान।
20 अक्तूबर 2021: भाटादूड़ियां में तलाशी अभियान के दौरान हमले में छह जवान बलिदान। डेढ़ महीने तक जम्मू-पुंछ हाईवे को बंद कर चलाया गया तलाशी अभियान।
20 अप्रैल 2023: भाटादूड़ियां में सैन्य वाहन पर पहले ग्रेनेड से हमला, फिर गोलाबारी, पांच जवान बलिदान।
21 दिसंबर 2023: सावनी में घात लगाकर किए गए हमले में पांच बलिदान, दो घायल।