न्यूयॉर्क। इलेक्ट्रिक ट्रक स्टार्टअप निकोला के पूर्व संस्थापक और सीईओ ट्रेवर मिल्टन को प्रतिभूति धोखाधड़ी के मामले में चार साल जेल की सजा सुनाई गई है। फैसले में, मैनहट्टन में अमेरिकी जिला न्यायालय में न्यायाधीश एडगार्डो रामोस ने कहा कि वह प्रत्येक मामले में 48 महीने की सजा देंगे, साथ ही साथ 1 मिलियन डॉलर (8,31,78,700 रुपए) का जुर्माना भी लगाएंगे। टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, उम्मीद है कि मिल्टन सजा के खिलाफ अपील करेंगे, जिसे रामोस ने स्वीकार कर लिया है।
मिल्टन ने अपने बयान में कहा, पत्नी की गंभीर बीमारी को देखते हुए मैंने पद छोड़ दिया। उन्होंने कहा, मेरी पत्नी को मेडिकल मालप्रैक्टिस का सामना करना पड़ रहा है। मैंने उसके लिए पद छोड़ दिया, इसलिए नहीं कि मैं धोखेबाज था। सच्चाई मायने रखती है। मैंने पैसे या सत्ता से ऊपर अपनी पत्नी को चुना। 41 वर्षीय मिल्टन को अक्टूबर 2022 में प्रतिभूति धोखाधड़ी के एक मामले और वायर धोखाधड़ी के दो मामलों में जूरी द्वारा दोषी ठहराया गया था।
रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें कंपनी के स्टॉक मूल्य को बढ़ाने के लिए निकोला के इलेक्ट्रिक ट्रकों के विकास के बारे में निवेशकों से झूठ बोलने का दोषी पाया गया था। अभियोजकों ने मिल्टन पर 2019 से अनुचित बयान देकर निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगाया है, जिसमें यह भी शामिल है कि निकोला ने ग्राउंड अप से एक ट्रक बनाया था। कंपनी ने अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) के साथ समझौते में 125 मिलियन डॉलर का जुर्माना अदा किया। अक्टूबर में, न्यूयॉर्क में एक मध्यस्थता पैनल ने मिल्टन को कंपनी को 165 मिलियन डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया।