लखीमपुर खीरी-शासन प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी आमजन को न्याय मिल पाना कितना कठिन है।इसकी बानकी आज तहसील मितौली के तेंदुआ गंाव के निकट कठिना नदी पर स्थित पौराणिक कष्टहरण धाम मंदिर में देखने को मिली।जहां किसी मामले में न्याय पाने के लिए दौड़ते दौड़ते थक चुके पूर्व ब्लाक प्रमुख को खुद मंदिर में बंद कर आत्मदाह का एलान करना पड़ा।पूर्व ब्लाक प्रमुख के इस एलान ने प्रत्येक थाना तहसील समाधान दिवसों में जनससमस्या का निराकरण मुख्यमंत्री एवं शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता का गाना गाने वाले अधिकारियों की पोल खोल कर रख दी है।हालांकि पूर्व ब्लाक प्रमुख राधेश्याम भार्गव की समस्या का तो पता नहीं चला सका किन्तु समस्या की गंभीरता एवं प्रशासन की लापरवाही का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्हें जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी मितौली पर मनमानी का आरोप लगाते हुए पेट्रोल माचिस सेलफास की गोली(जहर) और मंदिर में टंगे घंटे से अपने गले में फंदा लगाकर हाई वोल्टेज ड्रामा करते हुए आत्महत्या का एलान करना पड़ा।उनके इस एलान से स्थानीय पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।जिसकी खबर सुनते ही उपजिलाधिकारी मितौली विनीत कुमार उपाध्याय सीओ सुबोध जायसवाल कोतवाली प्रभारी आलोक कुमार धीमान नायब तहसीलदार अखिलेश मौर्या सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग एवं काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।सभी ने काफी समझाया किन्तु कोई असर न होने पर उपजिलाधिकारी द्वारा दो दिन में समस्त जायज शिकायतों के निस्तारण के आश्वासन से सहमत होकर ताला खोला और मंदिर से बाहर निकले।मंदिर के प्रंागण में ही एसडीएम ने तहसील के अधिकारियों की मौजूदगी में उनकी समस्त शिकायतों को सुनकर मौके पर निस्तारण किया।मंदिर के पुजारी सहित वहां पर मौजूद बुजुर्गों को कम्मल वितरित किए। इस अवसर पर कानूनगो प्रेम अग्निहोत्री नीरज कश्यप, लेखपाल राम गोविंद राणा राजेश कुमार, प्रताप सिंह सहित समस्त तहसील के अधिकारी कर्मचारी भारी पुलिस बल मौजूद रहा।