एकजुट होकर राजनीति में हिस्सेदारी करने की उठी आवाज
बलिया। समग्र कांदू वैश्य कल्याण समिति बलिया के नेतृत्व में कांदू वैश्यों का पूर्वी सम्मेलन रविवार की देर शाम सहतवार में सम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं वैश्यों के कुलगुरु संत पुरुषोत्तम नाथ तथा संत गणी नाथ के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। इसके बाद स्वागत गीत व अतिथियों को अंगवस्त्रम तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर बिहार प्रांत के आरा जिले से पधारे मुख्य अतिथि डॉ विजय कुमार गुप्ता ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांदू जाति एवं इसके विभिन्न उपवर्गों की जनसंख्या उत्तर प्रदेश व बिहार सहित संपूर्ण भारतवर्ष में लगभग पांच प्रतिशत है। फिर भी हमारे जनसंख्या के आधार पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा हमें राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं देकर हमारे जाति की उपेक्षा की जा रही है। जबकि अन्य पिछड़ी जातियों की जनसंख्या हमारे कांदू जाति की जनसंख्या से बहुत कम है। फिर भी उन्हें सत्ता व शासन में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मण गुप्ता ने कहा कि अब समय आ गया है कि वैश्य बिरादरी की समस्त जातियां- उपजातियां एकजुट होकर अपने राजनीतिक भागीदारी की मांग करें। जो राजनीतिक पार्टियां वैश्य बिरादरी के लोगों को भागीदारी नहीं देती है तो उनकी उपेक्षा करें। समग्र कांदू वैश्य कल्याण समिति जनपद बलिया के अध्यक्ष पंचानंद प्रसाद गुप्ता ने कहा कि सत्तारूढ पार्टियों द्वारा समय- समय पर सर्वाधिक पिछड़ी जातियों के उत्थान व विकास हेतु विभिन्न आयोगों जैसे न्यायमूर्ति राघवेंद्र आयोग, हुकम सिंह आयोग, मंडल आयोग, रोहिणी आयोग आदि का गठन कर सर्वे का कार्य सौंपा गया। लेकिन अफसोस और दुर्भाग्य कि केवल न्यायमूर्ति राघवेंद्र आयोग को छोड़कर अन्य आयोगों के सदस्य आसपास से जानकारी एवं सूचनाएं इकट्ठा कर बंद कमरे में सर्वे कर अपनी रिपोर्ट सत्तारूढ़ दलों को सौंपते रहे। जबकि सच्चाई यह है कि यदि आयोग द्वारा धरातलीय व भौतिक सत्यापन कराया जाए तो हमारी कांदू जाति वास्तव में सर्वाधिक पिछड़ी जाति साबित होगी। उन्होंने स्वजातीय बंधुओ से अपील किया कि कांदू जाति की उपेक्षा करने वाले विभिन्न राजनीतिक दलों को आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में सबक सिखाना अत्यंत आवश्यक है। मुख्य अतिथि डॉक्टर विजय गुप्ता द्वारा सैकड़ो जरूरतमंदों में कंबल का भी वितरण किया गया। इस मौके पर कवि फतेहचंद गुप्ता बेचैन, महेंद्र साह, रमाकांत साह, डॉ मनोज गुप्ता, हरिश्चंद्र गुप्ता, अमित गुप्ता, शमशेर गुप्ता, शिवकुमार गुप्ता, रामाशंकर गुप्ता, उमेश चंद्र गुप्ता गुड्डू, भीम जी गुप्ता, रामबाबू गुप्ता, द्वारिका गुप्ता, विजय गुप्ता, मंटु गुप्ता आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता पंचानंद प्रसाद गुप्ता संचालन रईस अख्तर व आभार प्रकट सचिव ईश्वरचन्द गुप्ता ने किया।