युवक-युवतियों ने छोटी व बड़ी चर्खी का उठाया लुत्फ
क्राकरी, सौंदर्य प्रसाधन, हर एक माल, होजरी, हैंडलूम पर रही अधिक भीड़
बलिया। महर्षि भृगु की तपोस्थली और उनके शिष्य दर्दर मुनि के नाम पर लगने वाले ददरी मेला जैसे-जैसे समापन की ओर अग्रसर हो रहा है। वैसे- वैसे मेले में भीड़ उमड़ना शुरू हो गया है।शनिवार को 10:30 बजे तक मेलार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। जहां पैर रखने की जगह तक नहीं रही। जिससे दुकानदारों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली। इस दौरान युवक-युवतियों संग नई नवेली दुल्हनों ने विभिन्न झूलों का आनंद उठाया। तत्पश्चात चाट, जिलेबी, फुचका, मसाल डोसा, आईसक्रीम आदि का लुत्फ उठाया।
वही शादी के मद्देनजर महिलाओं ने जहां सौंदर्य प्रसाधन समेत अन्य सामग्रियों की खरीदारी की। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी लखनऊ, कानपुर, फैजाबाद कोलकाता, झारखंड, मेरठ, लुधियाना सहित अन्य स्थानों से आए दुकानदार खजला, चूड़ी, क्राकरी, सौंदर्य प्रसाधन, चप्पल-जूता, हर एक मारा, रोजरी, हैंडलूम, खादी आश्रम सहित अन्य वस्तुओं की दुकानों पर मेलार्थियों ने जमकर खरीदारी की। मेला घूमने के बाद लोगों ने चाट, बर्गर, फुचका, डोसा, गुहही जलेबी, आइसक्रीम का आनंद लिया। इसके बाद अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। मेला देर रात तक गुलजार रहा। सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था के मद्देनजर जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात रही।