बदायूं, पोस्टमार्टम हाउस पर मृत महिला की आंखें गायब होने के मामले में डॉक्टरों पर दर्ज हुए मुकदमे के विरोध में डॉक्टरों की टीम डीएम मनोज कुमार से मिलने कलक्ट्रेट पहुंची। डाक्टरों का कहना है, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों पर मुकदमे में लगाई धारा मानव अंग तस्करी का मुकदमा तर्क संगत नहीं है।
बुधवार की सुबह प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारी डॉक्टर के साथ कलक्ट्रेट पहुंच गए। डॉक्टर अमित वार्ष्णेय के नेतृत्व में सभी डॉक्टरों ने डीएम मनोज कुमार से मुलाकात की। इस दौरान जिलाधिकारी से डॉक्टर ने कहा कि बीते दिन पोस्टमार्टम हाउस से आंख गायबहोने के मामले में जो मुकदमा दर्ज किया गया है। वह धाराएं ठीक नहीं है क्योंकि डॉक्टर पर मानव तस्करी जैसी धाराएं लगाई गई है इतनी बड़ा कोई मामला नहीं है फिर भी ऐसी धारा लगाकर डॉक्टर का मनोबल तोड़ने का काम किया है। डॉक्टर का इससे मनोबल टूट रहा है और कह रहे हैं कि इस तरह से अगर मुकदमा लिखे जाएंगे तो इमरजेंसी ड्यूटी और पोस्टमार्टम ड्यूटी कैसे कर पाएंगे। इस मौके पर डॉ अमित, पीयूष मोहन अग्रवाल, डॉक्टर जीके गुप्ता, डॉक्टर विनेश कुमार सहित दर्जन और डॉक्टरों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की है।