उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल प्रोग्राम ने अमेरिका और उसके मित्र देशों को चिंता में डाल रखा है. यही वजह है कि उसके बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने बैठक की. इस बैठक में जापान ने अपमे सैन्य सहयोगी यूएसए और दुनिया के बाकी देशों से किसी भी तरह उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों को रोके जाने की अपील की.
जापान ने कहा, किसी भी तरह से उसके परमाणु कार्यक्रमों और वहां के शासक किम जोंग उन को रोका जाना चाहिए. वहीं इस टेस्ट के बीच अपने मिसाइल टेस्टिंग प्रोग्राम को और बढ़ाते हुए अमेरिका और उसके मित्र देशों ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि ऐसा करना मुमकिन नहीं है. नार्थ कोरिया के इस जवाब के बाद हुई बैठक में तीनों देशों के एनएसए ने चिंता जताई.
नार्थ कोरिया ने मिसाइल प्रोग्राम में की बढोतरी
नार्थ कोरिया तमाम वैश्विक दबावों के बावजूद अपने मिसाइल प्रोग्राम को तेजी से बढ़ाता ही चला जा रहा है. अमेरिका का आरोप है कि रूस और चीन ये दो देश नार्थ कोरिया के मिसाइल प्रोग्राम को बढ़ावा देने में तकनीकि हस्तांतरण में मदद कर रहे हैं जिससे नार्थ कोरिया ऐसा कर रहा है. वहीं रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच किम और पुतिन की मुलाकात के बाद सभी देश चिंता में है.
दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियों ने कहा, नार्थ कोरिया रूस को यूक्रेन युद्ध में हथियार उपलब्ध करा रहा है जिससे कि रूस को काफी मदद मिल रही है. साऊथ कोरिया की एजेंसियों ने ये भी दावा किया कि यूक्रेन में विभिन्न मोर्चों पर काम करने के लिए रूस को हथियारों की काफी आवश्यकता है. जो नार्थ कोरिया उसे अपेक्षाकृत सस्ती दरों पर उपलब्ध करा रहा है.