रात को सोने और सुबह उठने का समय होता है खास…

विष्णु पुराण। हिंदू धर्म में विष्णु पुराण को एक पवित्र ग्रंथ माना जाता है, जिसमें भगवान श्री हरी और उनके भक्तों से जुड़ी कुछ कथाएं बताई गई हैं. इस विष्णु पुराण में कुछ ऐसी बातें भी बताई गई हैं, जिसे अगर हम अपने जीवन में आत्मसात करें, तो हमें सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसे में अगर आप भी अपने जीवन को संपन्न और सुखी बनाना चाहते हैं, तो विष्णु पुराण में लिखी गई इन बातों को अपने जीवन में जरूर अपनाएं.

रात को सोने और सुबह उठने का समय
विष्णु पुराण में व्यक्ति की दिनचर्या से जुड़े कई नियम बताए गए हैं. इसमें बताया गया है कि ज्यादा समय तक सोना और देर से जागना दोनों ही मनुष्य को नुकसान में डाल सकते हैं. इससे न सिर्फ समय बर्बाद होता है, बल्कि सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. ऐसे में इंसान को हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए और रात को जल्दी सोना चाहिए.

इन लोगों से बनाएं दूरी

पापी ना बनें
विष्णु पुराण में उस व्यक्ति को पापी कहा गया है, जो गरीब और असहाय लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं या फिर अपने से बड़े, छोटे या बराबरी के लोगों का भी अपमान करते हैं. ऐसे लोगों को जीवन में कई तरह की समस्याएं हो सकती है, इसलिए कभी भी किसी गरीब या असहाय को नुकसान न पहुंचाएं, ना ही उनका अनादर नहीं करें और ऐसे लोगों जो उनका अपमान करते है उनकी संगति में ना आए.

चरित्र ठीक नहीं
विष्णु पुराण में बताया गया है कि जिस व्यक्ति का चरित्र ठीक नहीं होता है, उससे हमेशा दूरी बनाए रखनी चाहिए, क्योंकि ऐसे व्यक्ति की संगति में रहकर आपके चरित्र पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. विष्णु पुराण के अनुसार, नकारात्मक व्यक्ति या माहौल में रहने से आपके जीवन में भी नकारात्मकता आती है. इतना ही नहीं रात्रि के समय शमशान में भी नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इससे जीवन में नकारात्मकता पैदा होती है.

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