अमेठी। सर्किल के सभी थाना क्षेत्रों में नये साल पहले थानाध्यक्षों के फेरबदल की सुगबुगाहट से लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। एक ही रात में लकड़ी माफियाओं ने प्रतिबंधित हरे पेड़ों को काट कर प्रदेश सरकार के हरित प्रदेश की मंशा को ध्वस्त कर दिया वहीं चंद पैसे के लिए जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं।
ज्ञात हो उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां प्रदेश में करोड़ों रुपए खर्च करके वृक्षारोपण करवाकर पेड़ों को तैयार करने में जुटी हुई है चंद् पैसों की खातिर वृक्षों के रखवाले के जिम्मेदार मौन साधे हुए हैं। उसी का परिणाम है कि थाना शिवरतनगंज क्षेत्र के महेशपुर, कुकहारामपुर, रामपुर पवारा, गढ़ी मोहम झलिहा में लकड़ी माफियाओं द्वारा सोमवार और मंगलवार की रात में तमाम पेड़ों पर आरा चलवा कर जमींदोज कर दिया। यहीं नहीं थाना इन्हौना, मोहनगंज,जायस फुरसतगंज आदि स्थानों के लकड़ी माफियाओं की पुलिस एवं वन विभाग की मिली भगत के चलते सैकड़ों बागो का सफाया हो चुका है। पता चला है कि लकड़ी माफियाओं के खिलाफ जब भी कोई आवाज उठती है और उच्च अधिकारी सही समय पर संज्ञान लेते है तो तिलोई सर्किल के वन क्षेत्राधिकारी एवं कर्मचारी मामूली जुर्माना करके ठेकेदारो को जहां अभयदान देते हैं वहीं उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट प्रेसित करके स्वयं माला माल हो रहे हैं। इस सम्बन्ध में डीएफओ अमेठी से जब संपर्क करके जानकारी हासिल की गई तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है आपके द्वारा सूचना मिली हैं जांच कराकर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी।