बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज। सागर की केंद्रीय जेल के कैदी ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में आत्महत्या कर ली है. कैदी के आत्महत्या करने का कारण अभी तक सामने नहीं आया है. बताया जा रहा कि मृतक कैदी पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है. उसे 29 नवंबर को जेल लाया गया था. जहां कैदी को पेट दर्द और स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर दो दिन पहले ही बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.
बेडशीट से फंदा बनाकर आत्महत्या की
जानकारी के मुताबिक कैदी को दो दिन पहले अस्पताल की जेल वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां कैदी से मिलने उसके परिजन आए हुए थे. परिजनों से मिलने के बाद कैदी ने बेडशीट से फांसी का फंदा बनाया और बाथरूम में जाकर फांसी लगा ली. इस वारदात के बाद मौके पर पहुंची गोपालगंज पुलिस और जेल के अधिकारियों ने आत्महत्या की वजह का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है. पुलिस के अनुसार 21 वर्षीय कैदी ओम प्रकाश अहिरवार को बहेरिया थाना अंतर्गत पॉक्सो एक्ट के मामले में गिरफ्तार किया गया था. जिसे 29 नवंबर को जेल भेजा गया था.
पेट में दर्द पर किया गया भर्ती
सागर जेल में कैदी ओम प्रकाश की तबियत अचानक बिगड़ने और पेट में दर्द होने के बाद जेल प्रबंधन ने कैदी को बीएमसी के जेल वार्ड में भर्ती कराया था, जहां उसका इलाज किया जा रहा था. कैदी से मिलने के लिए उसके परिवार के लोग पहुंचे थे. परिजनों के जाने के बाद ओम प्रकाश शौच के लिए जाने का बोलकर जेल वार्ड के बाथरूम में गया और बेडशीट को फाड़ कर रस्सी तैयार की. जिसके बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
बाथरूम में जाकर दी जान
जब वह काफी देर तक बाथरूम से बाहर नहीं आया, तो सुरक्षा में तैनात जेल प्रहरी ने अंदर जाकर देखा तो ओम प्रकाश फंदे से लटका हुआ मिला. जेल प्रहरी ने तत्काल इसकी सूचना जेल प्रबंधन और पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. आत्महत्या के कारण का अभी तक कोई खुलासा नहीं हुआ है. वहीं कैदी के मौत के मामले में जेलर एमएस पटेल ने बताया कि धारा 363 सहित विभिन्न मामलों में उसे 29 नवंबर को जेल लाया गया था. कैदी को पेट दर्द की शिकायत होने और मल में खून आने से उसे बीएमसी में भर्ती कराया गया था. परिजनों से मिलने के बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. कारण का पता लगा रही पुलिस.