यूपी के बिजनौर में दबंगों ने मामूली विवाद में ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत फैला दी. इस फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई. वहीं, मृतक के मां-बाप और भाई घायल हो गए. तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां भाई की हालत गंभीर बताई जा रही है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के हाथ-पांव फूल गए. खुद डीआईजी मुरादाबाद ने घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच-पड़ताल की.
पूरा मामला बढ़ापुर थाना क्षेत्र के गांव कुआं खेड़ा का है. जहां गुरदीप सिंह का खेत में लगे यूकेलिप्टस के पेड़ काटने और जमीनी मामले को लेकर पड़ोसी से विवाद चल रहा था. आरोप है कि पड़ोसी भूपेंद्र सिंह ने पहले भी गुरदीप सिंह के खेत किनारे लगे कुछ पेड़ काट लिए थे. जिसकी शिकायत गुरदीप ने 19 नवंबर को बढ़ापुर थाने की पुलिस से की थी. लेकिन पुलिस ने इस शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया.
ताबड़तोड़ फायरिंग
नतीजन कल दोपहर पेड़ काटने को लेकर गुरदीप के परिवार और दबंग भूपेंद्र के बीच फिर से विवाद हो गया. इस दौरान भूपेंद्र ने अपने नौकरों के साथ मिलकर लाइसेंसी रिवाल्वर और अवैध असलहे से 10 से ज्यादा राउंड फायर कर दिए. इस फायरिंग में गुरदीप के एक बेटे गोविंद की मौके पर ही मौत हो गई.
जबकि, गुरदीप की पत्नी, दूसरा बेटा और खुद वो गोली लगने से घायल हो गए. फायरिंग से मौके पर भगदड़ मच गई. पूरे गांव में तनाव व्याप्त हो गया. एक ही परिवार के चार सदस्य पर गोलियों से हमला करने के मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंची तो पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया.
डीआईजी ने कही ये बात
सूचना मिलते ही डीआईजी के. मुनिराज देर शाम को खुद घटनास्थल पर पहुंचे और पूरी घटना का जायजा लिया. डीआईजी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जारी है. मुख्य आरोपी भूपेंद्र और उसके नौकर को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि दो अन्य की तलाश जारी है. वहीं, घायलों को पुलिस के देखरेख में उपचार दिलाया जा रहा है.
पुलिस की लापरवाही के मामले पर डीआईजी ने कहा कि एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी से पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और अगर इसमें थाने की जरा भी लापरवाही सामने आती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी