यमुनानगर। सर्दी का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए जिला परिवहन विभाग की प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। सीजन से पहले ही जिले में आने वाली ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रिफ्लेक्टर टेप लगाई जाएगी। इसके साथ ही ब्लाइंड मोड व कर्व पर भी संकेतक लगवाए जाएंगे।
रोड सेफ्टी फंड से यह कार्य कराया जाएगा। दिसंबर माह में ही यह कार्य कराया जाएगा, क्योंकि कोहरा व धुंध छाने लगता है। जिससे दुर्घटना का खतरा अधिक रहता है। जिले में हर रोज शुगर मिल व लक्कड़ मंडियों में लगभग चार हजार ट्रालियों की आवाजाही होती है।
इनमें लकड़ी व गन्ना बाहर तक निकला रहता है। कोहरे में यह दूर से दिखाई नहीं देती। जिससे दुर्घटना होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसलिए ही जिला परिवहन विभाग ने इन सभी ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर टेप लगाने की योजना बनाई है।
इसके अलावा सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गोवंशियों के गले में रिफ्लेक्टर टेप लपेटी जाएगी। जिससे वाहन चालक को दूर से ही वह नजर आए। यह गोवंशी अक्सर सड़क के बीच में रहते हैं। कोहरे में यह दिखाई नहीं देते। जिससे वाहन चालक टकरा जाते हैं।
हाईवे पर लगवाए जाएंगे संकेतक
जिले में पांवटा साहिब नेशनल हाईवे पर दुर्घटना का सबसे अधिक खतरा बना हुआ है। इस हाईवे पर संकेतक नहीं है। कुछ जगह पर संकेतक लगे हैं लेकिन वह भी पेड़ों की शाखाओं के पीछे छिप गए हैं। लाल ढांग के पास ब्लाइंड मोड है। यहां पर कोई संकेतक नहीं है। इसी तरह से डिवाइडरों पर घास उगी उगी हुई है। कुछ जगह पर डिवाइडर टूटे हुए हैं। इन सभी जगहों पर कोहरे के सीजन से पहले काम कराया जाएगा।
पेड़ों पर लगाई जाएगी रोड सेफ्टी डिवाइस
जिले में कुछ जगह ऐसी भी हैं। जहां पर सड़कों की चौड़ाई कम है। पेड़ों की शाखाएं सड़कों पर आ गई हैं। ऐसे पेड़ों पर भी रोड सेफ्टी डिवाइस लगाई जाएगी। वहीं ट्रिमिंग भी कराई जाएगी, क्योंकि कोहरे के सीजन में पेड़ों से टकराकर दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है।
डीटीओ हैरतजीत कौर ने बताया कि रोड सेफ्टी वीक जनवरी माह में शुरू होता है लेकिन तब तक कोहरे का सीजन आधे से भी अधिक गुजर जाता है। इसलिए इस बार पहले ही रिफ्लेक्टर टेप लगाने व संकेतकों को लगाने का कार्य किया जाएगा। जिससे दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। रोड सेफ्टी वीक में स्कूलों के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा।