उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और वह खुद जातीय जनगणना के समर्थन में हैं. उन्होंने कहा कि केवल केंद्र सरकार ही इस पर विचार कर सकती है, क्योंकि यह विषय उसके ही अधिकार क्षेत्र में आता है. बता दें कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर बुधवार को समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने विधान परिषद से वॉकआउट किया था. इस बारे में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘हम भी जाति-वार जनगणना के पक्ष में हैं और हमारे वरिष्ठ नेता भी इसके पक्ष में हैं लेकिन जाति-वार जनगणना कराना केंद्र सरकार का मामला है. समाजवादी पार्टी इसको इसलिए उठा रही है, क्योंकि 2024 में उनके पास कोई मुद्दा नहीं.’
उन्होंने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी हमेशा जाति जनगणना के पक्ष में रही है. जाति जनगणना के बारे में सपा, बसपा या कांग्रेस अब जो भी कहें, उन्होंने सत्ता में रहते हुए कभी पिछड़ी जातियों के साथ न्याय नहीं किया और न ही उन्हें उनका अधिकार देने का काम किया. भाजपा इसको लेकर सजग है. भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 2022 में ही बैठकें और तैयारियां शुरू कर दी थीं, लेकिन मायावती यह तैयारी काफी देर से शुरू कर रही हैं. हमने जनता के लिए प्रमुख मुद्दों पर काम किया है और विकास की बात की है. हम लोकसभा चुनाव भारी बहुमत से जीतेंगे.’
अखिलेश यादव ने उठाया जाति जनगणना का मुद्दा
इस समय यूपी विधान मंडल का शीतकालीन सत्र चल रहा है. बुधवार को विधान परिषद में जातीय जनगणना के सवाल पर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. इस बीच, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने किसानों, आरक्षण और राज्य में शिक्षा की कथित खराब स्थिति को लेकर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार सदन के पटल पर विपक्ष का सामना नहीं करना चाहती. हम विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. लेकिन वे न तो कुछ सुनना चाहते हैं और न ही कोई जवाब देना चाहते हैं.
विधानसभा में चर्चा के दौरान सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा, ‘मैं बीजेपी के ओबीसी विधायकों से कहता हूं कि अपना मत स्पष्ट करें. बीजेपी के नेता जाति जनगणना पर क्यों नहीं बोल रहे हैं. सपा शुरू से इसकी मांग करती रही है और हम इस पर अडिग हैं. हम तो कहेंगे कि बीजेपी के ओबीसी मंत्री भी अपना मत स्पष्ट करें.’ कांग्रेस विधायक अराधना मिश्रा ने कहा कि जातिगत जनगणना पर राहुल गांधी, कांग्रेस और विपक्ष लगातार सरकार से मांग कर रहा है, लेकिन केशव प्रसाद मौर्य की मजबूरी हम समझते हैं. वह कह तो रहे हैं, लेकिन कुछ कर नहीं पा रहे. हमारा स्टैंड पहले दिन से साफ है और हम मांग करते हैं कि केंद्र सरकार पूरे देश में जातिगत जनगणना कराए.