नई दिल्ली। अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरुपवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश मामले में भारत US सरकार के साथ जांच में पूरा सहयोग कर रहा है, कनाडा की बात को नजरअंदाज कर अमेरिका की जांच में सहयोग करने की बात कानाडा को बिल्कुल भी रास नहीं आ रही है। क्यों कि ऐसा ही एक आरोप कनाडा ने भी लगाया है, जिसे भारत ने खारिज कर दिया है।
भारत को दी नसीहत
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को कहा कि अमेरिका की तरह की आरोप कनाडा ने भी भारत पर लगाया है, जिसको उसे गंभीरता से लेना चाहिए। जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि अमेरिका का आरोप है कि भारत सरकार के एक अधिकारी ने अमेरिकी धरती पर एक खालिस्तानी आतंकी की हत्या की असफल साजिश रची थी, कनाडा ने भी ऐसा ही आरोप लगाया था, जिसको भारत को गंभीरता से लेने की जरूरत है।
US का नाम लेकर भारत को चेताया
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने ओटावा में संवाददाताओं से कहा, ” अमेरिका से आ रही खबरें इस बात को रेखांकित करती हैं कि हम शुरू से ही किस बारे में बात कर रहे हैं, यानी कि भारत को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।” अमेरिकी न्याय विभाग ने बुधवार को पहले कहा था कि एक 52 साल के शख्स ने एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ काम करता था, जिसकी जिम्मेदारियों में सुरक्षा और खुफिया जानकारी भी शामिल थी, जिसने न्यूयॉर्क में रहने वाले उत्तरी भारत में एक सिख संप्रभु राज्य के समर्थक की हत्या की साजिश रची थी।
जांच में भारत कर रहा सहयोग
अमेरिका का यह आरोप कनाडा के निज्जर हत्याकांड में भारत का हाथ होने के आरोप के करीब दो महीने बाद सामने आया है। कनाडा ने जून में खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने के “विश्वसनीय” सबूत होने के आरोप लगाए थे, हालांकि भारत ने उस आरोपों को ख़ारिज कर दिया। अब अमेरिका ने भी इसी तरह के आरोप लगाए हैं, भारत जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। भारत का कहना है कि अमेरिका का भारत पर आरोप लगाने का मतलब भारत सरकार से नहीं है, यहां एक बड़ी आबादी रहती है। भारत जांच में इसलिए सहयोग कर रहा है, क्यों कि अमेरिका ने ठोस सबूत पेश किए हैं।