इजरायल के साथ जारी युद्ध विराम के बीच बुधवार को हमास ने 16 बंधकों को रिहा किया. इसके साथ ही हमास ने कहा कि वह सभी बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार है. लेकिन इसके लिए इजरायल को एक शर्त पूरी करनी होगी.
हमास के वरिष्ठ अधिकारी और गाजा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बासेम नईम ने कहा है कि अगर इजरायल इस्लामिक आंदोलन में बंद सभी 7000 फिलिस्तीनियों को रिहा कर दे तो वे सभी बंदियों समेत इजरायली सैनिकों को भी छोड़ने के लिए तैयार हैं. उन्होंने यह बात दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही. उन्होंने कहा कि हमास शत्रुता को समाप्त करने के लिए इजरायल से बातचीत कर रहा है. ऐसे में हम अपने सभी कैदियों के बदले में उनके सभी सैनिकों को रिहा करने के लिए तैयार हैं.
नेतन्याहू ने युद्ध शुरू करने का किया ऐलान
गौरतलब है कि हमास और इजरायल के बीच हुए युद्ध विराम समझौते के तहत साठ इजरायली बंधकों और 180 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जा चुका है. उधर, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध विराम के बाद फिर से गाजा में जंग शुरू करने का ऐलान कर दिया है. जिसके बाद हमास की तरह से यह नया बयान सामने आया है.
2011 में भी यह तरीका आजमा चुका है हमास
हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है. हमास इस तरह के शर्त के दम पर साल 2011 में 1100 कैदियों को इजरायल से मुक्त करा चुका है. तब हमास ने इजरायली सैनिक गिलाद शालिट के बदले में सैकड़ों फिलिस्तिनियों को रिहा कराया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस वक्त भी इजरायली जेलों में करीब 7000 से अधिक फिलिस्तीनी बंद हैं, जिनमें अधिकतर हमास के सदस्य हैं.
बता दें कि हमास के लड़ाकों ने बीते सात अक्टूबर को इजरायल पर अचानक हमला कर दिया था, जिसमें 1200 लोगों की मौत हो गई थी. इस दौरान हमास के लड़ाकों ने लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया था. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर ताबड़तोड़ हमले किए, जिसमें 15000 से अधिक लोग मारे गए