- 18-19 और 20-29 वर्ष की आयु वाले युवाओं के नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए चलाया जाए स्पेशल कैंपेन
- कलेक्ट्रेट सभागार में शुभ्रा सक्सेना निदेशक भारत निर्वाचन आयोग की अध्यक्षता में निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा बैठक आहूत
लखनऊ- कलेक्ट्रेट सभागार में शुभ्रा सक्सेना निदेशक भारत निर्वाचन आयोग की अध्यक्षता में निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान की समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में रितेश सिंह अपर सचिव भारत निर्वाचन आयोग व जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी सूर्यपाल गंगवार द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। उक्त बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राकेश सिंह, समस्त ईआरओ , समस्त एईआरओ, अपर नगर मजिस्ट्रेट फाल्गुनी सिंह, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी अभय किशोर व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निदेशक और अपर सचिव को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया गया। उक्त के बाद निदेशक द्वारा उपस्थित सभी अधिकारीगणो से उनका परिचय लेते हुए बैठक की शुरुआत की गई। बैठक में निदेशक द्वारा बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में जनपद लखनऊ की विधानसभा 171 लखनऊ पश्चिम, 172 लखनऊ उत्तर और 174 लखनऊ मध्य की समीक्षा और अभिलेखों का निरीक्षण किया जाना है।
उन्होंने बताया कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत जो पुनरीक्षण अभियान चल रहा है, आज उसकी समीक्षा की जाएगी।बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा निदेशक को बताया गया कि जनपद लखनऊ में कुल 9 विधान सभाए है। जिसमे कुल 3766 पोलिंग स्टेशन बनाए गए है। जिसमे से नगरीय क्षेत्रों में 2702 और ग्रामीण क्षेत्रों में 1064 पोलिंग स्टेशन है। उक्त के साथ ही 25 नवंबर 2023 तक कुल 3886813 मतदाता है। जिनमे 2065341 पुरुष मतदाता, 1821287 महिला मतदाता और 185 थर्ड जेंडर मतदाता है। साथ ही जनपद का जेंडर रेशियो 879 और ईपी रेशियों 69.06 है। उक्त के बाद निदेशक द्वारा जेंडर रेशियों और ईपी रेशियों की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा में पाया गया की स्टेट औसत 906 के सापेक्ष जनपद का जेंडर रेशियों 879 है। जिसके लिए निर्देश दिए गए कि सभी ईआरओ को जेंडर रेशियों बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए।
समीक्षा में ज्ञात हुआ कि विधानसभा 171 लखनऊ पश्चिम और विधानसभा 172 लखनऊ उत्तर का जेंडर रेशियों सबसे कम है। जिसके लिए दोनो विधानसभा के ईआरओ को विशेष फोकस करते हुए जेंडर रेशियों को बढ़ाने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार विधानसभा 174 लखनऊ मध्य का ईपी रेशियों सबसे कम पाया गया। जिसके लिए निर्देश दिए गए कि और अधिक फोकस करते हुए ईपी रेशियों को बढ़ाया जाए। उक्त के बाद निदेशक द्वारा एज कोहार्ट मतदाताओं से संबंधित बिंदु की भी गहन समीक्षा की गई। उन्होंने बताया की एज कोहार्ट वोटरों में जो गैप है उसको खत्म करने के लिए स्कूल, कालेजों और विश्वविद्यालयो में विशेष कैंपों के माध्यम से अभियान चलाया जाए। जिसके संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी ईआरओ के द्वारा डेडीकेटेड ईआरओ नियुक्त करते हुए स्कूल, कालेजों और विश्वविद्यालयो में विशेष अभियान चलाए जा रहे है। उक्त के साथ ही वर्तमान में चल रहे विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत लखनऊ विश्वविद्यालय में दो बार वृहद कार्यक्रमों का आयोजन की गया। जिसमे 18-19 साल के नए मतदाताओं के आवेदन कराए गए। जिसके लिए निदेशक द्वारा निर्देश दिए गए कि 18-19 और 20-29 वर्ष की आयु वाले युवाओं के नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए स्पेशल कैंपेन चलाया जाए।
सभी नियुक्त किए गए डेडीकेटेड एईआरओ स्कूलों, कालेजों का भ्रमण करे और छात्र/छात्राओं को जागरूक करते हुए प्राथमिकता के आधार पर उनके नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए आवेदन कराया जाए। उन्होंने बताया की अधिक से अधिक लोगो विशेषकर युवाओं को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करने के लिए उनको प्रेरित करें। निदेशक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में जो पुनरीक्षण अभियान चल रहा है इसमें अब सिर्फ 10 दिन और शेष रह गए है। इन अंतिम 10 दिनों में विशेष प्रयास करते हुए जो भी गैप है उनको पूरा किया जाए। प्रतिदिन समीक्षा की जाए। प्रतिदिन कितने फार्म भरे जा रहे है उनकी समीक्षा और अधिक गैप वाले बूथों को अलग से चिन्हित करते हुए उन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा सभी ईआरओ को निर्देश दिए गए कि ऐसे बच्चो पर भी फोकस किया जाए जो है तो लखनऊ के परंतु पढ़ाई के लिए दूसरे प्रदेशों और जनपदों में रह रहे है। ऐसे बच्चो के नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए भी विशेष अभियान चलाया जाए। उन से संपर्क करके ऑनलाइन माध्यम से उनको मतदाता बनने के लिए आवेदन कराए जाए।उक्त के बाद निदेशक द्वारा ट्रांसजेंडर वोटरों को भी समीक्षा की गई। समीक्षा में पाया गया की वर्ष 2022 में जनपद में 207 ट्रांजेंडर मतदाता थे। परंतु वर्तमान में यह संख्या घटकर 185 रह गई है। जिसके संबंध में निर्देश दिए गए कि यह जो गैप आ रहा है इसकी समीक्षा की जाए और वेरिफिकेशन कराया जाए की त्रुटिवश किसी मतदाता का नाम विलोपित तो नही हो गया है। उक्त के साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा जिला समाज कल्याण अधिकारी को ट्रांसजेंडर वोटरों के लिए नोडल नियुक्त करते हुए निर्देश दिए की शत प्रतिशत ट्रांसजेंडर के नाम मतदाता सूची में शामिल कराना सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने कार्य का प्रतिदिन रजिस्टर मेंटेन करें, सभी प्रपत्र और प्लानिंग संतोषजनक होनी चाहिए। बी एल ओ पर निर्भर रहकर कार्य न करें स्पेशल अभियान चलाकर कार्य करें, सभी लोग कार्य को गंभीरता से लेंगे तभी गुणवत्तापूर्ण कार्य होगा, छूटे हुए व्यक्तियों का भी फॉर्म भर कर उन्हें तत्काल वोटर लिस्ट में शामिल करें। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन, ट्रांसजेंडर, सेक्स वर्कर के फार्म भरवाए जाय तथा मतदाता सूची में सम्मिलित किया जायें। उन्होंने यह भी कहा कि जहां कहीं भी कोई समस्या आती है तो अपने उच्च अधिकारी को अवगत कराए। नए मतदाता बनाते समय फोटो की गुणवत्ता का ध्यान दिया जाए।