जहाँ चाह,वहाँ राह इस कहावत को मलिहाबाद कस्बे के इन चन्द युवाओं ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिखाया है। कार्तिक पूर्णिमा एवं शिवरात्रि के पर्वों पर हजारों श्रद्धालुओं को भगवान कोनेश्वर महादेव के दर्शन के लिये इसबार ये केवट स्वनिर्मित लोहे के पुल से बेहता नदी पार करायेगें।
जी हां, नगर पंचायत मलिहाबाद के मोहल्ला बशारत तरफदार निवासी शशिकांत यादव उर्फ शीलू यादव,मोहम्डनटोला निवासी दीपू भारती,व अरूण कश्यप,शीतलनटोला निवासी दीपू कश्यप व धडधडा मोहल्ला निवासी नन्द किशोर, शरद गुप्ता निवासी मिर्जागंज ने इस कहावत को उस समय चरितार्थ कर दिया जब नगर पंचायत मलिहाबाद और शेरपुर भौसा गांव के बीच बहने वाली बेहता नदी पर स्थित कोनेश्वर घाट पर बर्षों से पुल की आस लगाये बैठे लोगों के लिये आपसी सहयोग लोहे का पुल बना कर उनके आवागमन की राह आसान कर दी। अब श्रद्धालुओं को कोनेश्वर महादेव के दर्शन आसानी से हो सकेगें।
शीलू यादव ने बताया कि हमलोग वर्षों से पुल बनवाने की मांग कर रहे थे मगर अब तक कोई सुनवाई नही हो सकी। फिर हमलोगों ने मिलकर यह निर्णय लिया कि सब लोग मिलकर चन्दा एकत्र करेगें और यहां आवागमन के लिये लोहे का पुल बनायेंगे। करीब एक माह के परिश्रम के बाद यह पुल बनकर तैयार हो चुका है। इसबार कार्तिक पूर्णिमा (गंगा स्नान) के मौके पर हजारों श्रद्धालु इस पुल को पार करके मन्दिर मे दर्शन कर सकेगें एवं मेले का आनन्द ले सकेगें। आपको बता दें पहले यहां बांस बल्ली का पुल हुआ करता था जो साल भर में ही टूट जाता था। सरकारों और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार स्थानीय लोगों और युवाओं ने मिलकर श्रद्धालुओं के लिए चंदा जुटा कर पुल बना दिया है जिससे भगवान भोलेनाथ के दर्शन और मेले का आनंद दूर दराज से आए श्रद्धालु बिना किसी मुसीबत के ले सकें। इन युवाओं की टीम की सराहना क्षेत्र के लोग कर रहे हैं।