साल दर साल वाराणसी के गंगा नदी में नाव और क्रूज़ की संख्या बढ़ रही है लेकिन गंगा नदी में तैरती इन नावों में जलपरी की सवारी को पर्यटकों द्वारा खासतौर पर पसंद किया जाता है. जलपरी वाराणसी की गंगा नदी में चलने वाली एक बेहद आकर्षक नाव है जिसकी आकृति को जलपरी के आधार पर गोल्डन रंग में दर्शाया गया है. विशेष तौर पर देव दीपावली दौरान इस नाव की बुकिंग के लिए पर्यटकों में काफी उत्सुकता देखी जाती है.
नाव के मैनेजर अंबुज पांडे ने जलपरी की सवारी के बारे में एबीपी न्यूज़ को बताते हुए कहा कि 2014 से इस नाव का वाराणसी के गंगा नदी में संचालन शुरू हुआ है. यह पूरा नाव गोल्डन रंग से रंगा हुआ है. इसके अलावा नाव के ठीक आगे जलपरी की आकृति को दर्शाया गया है जो बेहद आकर्षक है. इसके अंदर 50 लोगों की बैठने की क्षमता है और पर्यटकों द्वारा अंदर बैठकर गंगा की लहरों, बनारस के घाट की सुंदरता और प्राकृतिक हवा को महसूस किया जा सकता है. सैर के दौरान किसी प्रकार की खिड़कियों और दरवाजों को बंद नहीं किया गया है.
साल भर पहले लाख रुपए की बुकिंग
अंबुज पांडे ने बताया कि विशेष तौर पर देव दीपावली के दौरान घाटों के दीपोत्सव को देखने के लिए जलपरी की बुकिंग साल भर पहले ही शुरू हो जाती है. 2014 के बाद से ही इसकी शुरुआत हो चुकी है और इस बार भी महाराष्ट्र नासिक के रहने वाले एक पर्यटक ने जलपरी को देव दीपावली के लिए बुक कर लिया है. 27 नवंबर को मनाई जाने वाले देव दीपावली के लिए जलपरी की बुकिंग 10 लाख रुपए में निर्धारित है.
देव दीपावली पर महंगी होती है सवारी
इस जलपरी नाव का संचालन गंगा नदी में 2014 से शुरू हुआ और देखने में यह बेहद आकर्षक है. देश की नामचीन हस्तियां, राजनेता इस पर बैठकर दीपोत्सव देखते हैं. इस बार भी जलपरी की बुकिंग के लिए पर्यटकों में काफी उत्सुकता देखी गई. देव दीपावली की बुकिंग के लिए जलपरी की काफी मांग रहती है.