कानपुर में एसटीएफ और वायुसेना इंटेलीजेंस की संयुक्त टीम ने फर्जी स्क्वॉड्रन लीडर को गिरफ्तार कर लिया. शातिर जालसाज पर भारतीय वायुसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से लाखों की ठगी का आरोप है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने चौंकानेवाले खुलासे किए हैं. फर्जी स्क्वॉड्रन लीडर के पास से भारतीय वायुसेना का पहचान पत्र समेत अन्य कूटरचित दस्तावेज बरामद हुए. आरोपी की पहचान राहुल राजपूत के रूप में की गई है. राहुल राजपूत उन्नाव के अजगैन का रहनेवाला है. रेल बाजार थाने में राहुल राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है. एसटीएफ ने आरोपी के खिलाफ सेना की वर्दी का दुरुपयोग, फर्जी लोकसेवक बनने, धोखाधड़ी और कूटरचना की धाराओं में मामला कराया है.
वायुसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
पिछले काफी समय से भारतीय वायुसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आ रहा था. फर्जीवाड़े की शिकायत पर एसएसपी एसटीएफ ने संज्ञान लिया. उन्होंने एएसपी विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया. मंगलवार को एसटीएफ और वायुसेना इंटेलीजेंस की टीम को महाठग का सुराग मिला. पता चला कि महाठग टाटमिल से रामादेवी जाने की तैयारी कर रहा है. घात में लगी संयुक्त टीम ने रेल बाजार से उन्नाव जनपद निवासी राहुल राजपूत को धर दबोचा.
कानपुर में फर्जी स्क्वॉड्रन लीडर गिरफ्तार
एडीसीपी लखन ने बताया कि आरोपी ने सगे संबंधियों को भी नहीं छोड़ा है. सगे संबंधी भी महाठग का शिकार बने हैं. राहुल राजपूत बेरोजगार युवाओं को वायुसेना का स्क्वॉड्रन लीडर बताकर झांसे में लेता था. फर्जी स्क्वॉड्रन लीडर बन वायुसेना में नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपी अब तक लाखों की ठगी कर चुका है. पूछताछ में उसने 5 से 6 लोगों को शिकार बनाने की बात कबूली है. आरोपी राहुल राजपूत पिता देशराज के साथ उत्तम नगर दिल्ली में रह रहा था. मंगलवार को एसटीएफ और वायुसेना इंटेलीजेंस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली.