हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट पर योगी सरकार की रोक और एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद अलीगढ़ में भी प्रशासन सतर्क हो गया है और अब कार्रवाई करता हुआ दिखाई दे रहा है. इसी के तहत हलाल सामग्री पर छापामार कार्रवाई करके डोमेस्टिक इस्तेमाल किए जाने पर सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन और ड्रग्स विभाग मिलकर अभियान चला रहे हैं.
इसी अभियान के तहत सोमवार को अलीगढ़ में कई जगह कार्रवाई की गई. इस पर जानकारी देते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारी सैयद इबादउल्लाह ने बताया कि हलाल लिखे 13 चिकन पैकेट को सीज करके प्रयोगशाला भेजा जा रहा है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हलाल सर्टिफाइड पर एक्शन
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने अलीगढ़ में जानकारी देते हुए बताया के राज्य सरकार ने ऐसे खाद्य पदार्थ जिन पर हलाल होने का उल्लेख किया गया है पर तत्काल प्रभाव से इनके वितरण और भंडारण को प्रतिबंधित किया है. उसी के दृष्टिगत खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग जनपद अलीगढ़ में छापामार कार्रवाई कर रहा है.
आज की रेड में 13 पैकेट कुल पाए गए हैं, जिन पर हलाल होने का उल्लेख है. सभी पैकेटों को सीज करते हुए जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है. अग्रिम कार्रवाई प्रयोगशाला की रिपोर्ट पर निर्भर करती है. प्रथम दृष्टिया यह फेक प्रिंटिंग की श्रेणी में आता है और मानक अध्ययन की धारा 52 के अंतर्गत यह दंडनीय अपराध है.
जानें क्यों हलाल सर्टिफाइड पर लगा बैन
बता दें कि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हलाल सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट्स को बैन कर दिया है. इसकी वजह एक एफआईआर बताई जा रही है जो लखनऊ के बीजेपी युवा मोर्चा के नेता शैलेंद्र कुमार शर्मा ने दर्ज कराई है. इसमें कहा है कि कुछ कंपनियां एक खास समुदाय में अपने प्रोडक्स की बिक्री बढ़ाने के लिए हलाल सर्टिफिकेट का इस्तेमाल कर रही हैं, जिससे जनभावनाएं आहत हो रही हैं.