नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान मिधिली कमजोर होकर उत्तरी त्रिपुरा और उसके आसपास के क्षेत्र में कम दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है। इसकी वजह से पूर्वोत्तर क्षेत्र- असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आज घना कोहरा छाया रहा।
भारतीय विज्ञान मौसम विभाग के मुताबिक, मिजोरम में चक्रवाती तूफान मिधिली का सबसे ज्यादा असर देखने को मिला। यहां 18 नवंबर को भारी से बहुत भारी बारिश हुई। IMD के अनुसार, आइजवाल में 12 सेमी उसके बाद सैतुअल में 11 सेमी, लेंगपुई में 11 सेमी, कोलासिब में 10 सेमी और लुंगलेई में 10 सेमी वर्षा दर्ज की गई। IMD ने अपडेट देते हुए कल बताया था कि चक्रवात मिधिली कमजोर होकर उत्तरी त्रिपुरा और आसपास के क्षेत्र में कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। त्रिपुरा में भी भारी बारिश दर्ज की गई।
इन इलाकों में बारिश, आंधी, तूफान की चेतावनी
इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने मिजोरम की राजधानी आइजोल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
आसपास के इलाकों में बिजली गिरने और तूफान की आशंका है।
इसके अलावा कोयंबटूर, कोझिकोड समेत आसपास के अन्य इलाकों में भी आंधी आने और बिजली गिरने की भी आशंका है।
पूर्वी क्षेत्र से आने वाली लहर के कारण 19 और 20 नवंबर को तमिलनाडु और केरल में छिटपुट बारिश की भी उम्मीद है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।
कमजोर हुआ चक्रवाती तूफान मिधिली
मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह कमजोर होकर त्रिपुरा और इससे सटे बांग्लादेश के ऊपर 50 किमी उत्तर-पूर्व, अगरतला से 60 किमी दक्षिण-पूर्व में गहरे दबाव में बदल गया है।शनिवार को आईएमडी के ट्वीट के अनुसार, मिधिली के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और 6 घंटों में दक्षिणी असम और निकटवर्ती मिजोरम-त्रिपुरा पर कम दबाव के क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है।
दिल्ली में प्रदूषण से कब मिलेगी राहत?
राजधानी दिल्ली में सर्दी के आने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी धीरे-धीरे कम हो रहा है। शनिवार की बात करें तो हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सा सुधार हुआ। ये गंभीर श्रेणी से नीचे आ गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, आने वाले 6 दिनों में हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं होगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली का AQI शनिवार को 319 पर रहा जो कि बेहद खराब श्रेणी में आता है।
छट में बदला बिहार का मौसम
महापर्व छट के मौके पर सुबह-सुबह आज हल्की धुंध बनी रही। धूप निकलने के बाद मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। कोहरा बने रहने के कारण छठ व्रतियों को सूर्य दर्शन के लिए थोड़ा सा इतंजार करना पड़ेगा। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार पछुआ के कारण सुबह-शाम ठंड का प्रभाव रहेगा। बीते 24 घंटों के दौरान पटना समेत गया, भागलपुर, पूर्णिया, वाल्मीकि नगर में धुंध छाई रही। पटना समेत 24 शहरों का तापमान लुढ़का है।
हिमाचल में बर्फ ने दी दस्कत
हिमाचल प्रदेश के तापामन में गिरावट दर्ज की गई है। मंडी, सोलन और ऊना में सबसे ज्यादा ठंड दर्ज की गई है। वहीं, शिमला का न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री दर्ज किया गया है। इसके अलावा सुंदरनगर का गिरावट के कारण 6.8, सोलन का 6.8 और ऊना का 8.2 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार आगामी एक सप्ताह तक मौसम के साफ रहने का अनुमान है
हरियाणा में बढ़ी सर्दी
हरियाणा में तापमान में गिरावट होने के साथ ही स्मॉग से थोड़ी राहत मिली है। काफी जिलों में ठंड ने दस्तक दे दी है। हालांकि, 6 जिलों में हवा की गुणवत्ता अभी भी खराब श्रेणी में बनी हुई है। मौसम विभााग के मुताबिक, स्मॉग के कारण रात के तापमान में हल्की गिरावट आई है। अगर स्मॉग हटता है तो तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड बढ़ सकती है।