हनुमत जयंती पर्व पर जनऊपुर में दो दिवसीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन
गड़वार (बलिया)। समीपवर्ती गांव जनऊपुर में झंडा समिति द्वारा दीपावली के पावन पर्व पर हनुमत जयंती की 74 वीं वर्षगांठ पर दो दिवसीय कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। प्रवचन करते हुए फलाहारी दास उर्फ सितार बाबा ने बताया कि हनुमान जी की उपासना से सारे कष्ट और क्लेश दूर हो जाते हैं। हनुमान जी प्रत्यक्ष और तुरन्त प्रसन्न होने वाले देवता हैं। उन्होंने रामचरित मानस के विभिन्न प्रसंगों की मनोहारी व्याख्या करते हुए कहा कि ” रामते अधिक राम कर दासा” सीता जी का पता लगाना, लक्ष्मण के लिए संजीवनी लाना, लंका जलाना, अहिरावण से रामजी को बचाना आदि उनके ऐसे सुकृत्य हैं जिनकी सराहना भगवान श्रीराम स्वयं करते हैं। हनुमान जी की भक्ति से प्रसन्न होकर मां सीता उनको अष्ट सिद्धि और नौ निधि के दाता का वरदान देती है। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से सन्मार्ग पर चलने का आह्वान किया और कहा कि शुद्ध चित्त से ही भगवत कृपा की प्राप्ति होती है। प्रवचन में अन्य मानस मर्मज्ञों ने भी प्रवचन कर उपस्थित श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। इसके पूर्व मानस मंडली द्वारा राम नाम संकीर्तन का पाठ किया गया। मुख्य यजमान के रूप में इं० पवन पाण्डेय रहे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत मनी पाण्डेय द्वारा अपने गीतों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं दीपावली के पर्व पर भव्य मेला का आयोजन किया गया था जहां दूर-दूर से आए लोगों ने मेला का भरपूर लुत्फ उठाया। गाजे बाजे के साथ हनुमान जी का भव्य जुलूस निकला जो गांव में भ्रमण के बाद शिव मन्दिर पर पहुंचा। वहीं रात्रि में विट्टू तिवारी व्यास,सिवान (बिहार) एवं मुन्ना सिंह व्यास,छपरा (बिहार) के बीच नारदी मुकाबला देर रात चला। जनऊबाबा साहित्यिक संस्था ” निर्झर” द्वारा श्री रामप्रवेश पाण्डेय को अंगवस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर जनऊबाबा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि क्षेत्र में इतने बड़े आयोजन के बीच प्रशासन अनजान बना रहा। इस अवसर पर राकेश पाण्डेय,विद्याधारी पाण्डेय,अजय कुमार,पुरूषोत्तम पाण्डेय,विजय कुमार,अभिषेक पाण्डेय आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हृदयानंद पाण्डेय एवं संचालन धनेश कुमार पाण्डेय ने किया।