- जांच पड़ताल में शिकायतकर्ता पुत्र ही निकला पिता का कातिल
बाराबंकी। जिले की सर्विलांस व थाना सफदरगंज की संयुक्त पुलिस टीम ने बुधवार को थाना सफदरगंज अंतर्गत हुए बहादुर हत्याकांड का सफल अनावरण कर दिया। इसके संबंध में शहर स्थित पुलिस लाइन सभागार में पत्रकारों से बात करते हुए एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि सर्विलांस व थाना सफदरगंज की संयुक्त पुलिस टीम ने बीती 4 तारीख को थाना सफदरगंज के सराय कायस्थान गांव में झोपड़ी बनाकर रहने वाले थाना जैदपुर के शाहपुर मजरे कड़ेरा निवासी बहादुर की हत्या उसके पुत्र संतराम ने की थी। यह ऐसा मामला है जिसमें वादी पुत्र ही हत्यारा है। एसपी बताते हैं कि ऐसे मामलों का खुलासा होने में समय लग जाता है। लेकिन सदर क्षेत्राधिकारी सुमित कुमार त्रिपाठी के निर्देशन में सर्विलांस व थाना सफदरगंज की संयुक्त टीम ने मुख्य आरोपी को चार दिन के अंदर गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि बीती तीन तारीख की रात्रि वादी ने नाटकीय ढंग से पहले अपने पिता बहादुर की हत्या की फिर स्वांग रचने के लिए आसपास के परिजनों को फोन कर अनाप-शनाप बातें कहने लगा। जिसमें उसने कहा कि आप सभी फोन ना उठाइए क्योंकि फोन पुलिस ने सर्विलांस पर डाल रखा है। यहां मर्डर हो गया है। इधर आरोपी ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर बताया कि उसके पिता बहादुर(80) थाना क्षेत्र के कायस्थान स्थित बाग में कुटी बनाकर रहते थे। जिनकी हत्या संग्राम सिंह, विपिन चंद्र, बिट्टू उर्फ बबलू व सरवन ने कर दी है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने पुत्र से मिली तहरीर के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। जिसमें एसपी दिनेश कुमार सिंह द्वारा गठित टीमों ने तेजी दिखाते हुए घटना के चौथे दिन मुख्य आरोपी व मृतक के पुत्र बहादुर (42) को थाना क्षेत्र के उधौली ब्रिज के नीचे से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी पुत्री व बिट्टू उर्फ बबलू का आपस में प्रेम प्रसंग था। जिसे भाग ले जाने के संबंध में थाना जैदपुर पर मुकदमा भी दर्ज है। आशिक़ाई में पड़ी पुत्री को उसके बाबा का समर्थन प्राप्त था। मृतक बहादुर द्वारा करवाचौथ के दिन पोती के लिए विवाहिता का सामान ले जाने पर आरोपी संतराम से विरोध जताया। जिसको लेकर दोनों के मध्य वाद विवाद और गाड़ी गलौज हुआ। इन बातों से नाराज होकर संतराम ने अपने पिता की ही गमछे से गला कसकर व ईंट से कूचकर निर्मम हत्या कर दी।