असदुद्दीन ओवैसी ने भी सीएम नीतीश कुमार ने बयान की तीखी आलोचना की। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा एक बड़ी पवित्र जगह होती है। वह रोड या चारदीवारी के अंदर बैठकर बात करने की जगह नहीं है। वह एक प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। वहां पर वह जिस तरह से उन्होंने बयानबाजी की वह काफी अभद्र किस्म की भाषा थी। उसको वह कह सकते हैं कि जब महिलाएं ज्यादा पढ़ेंगी तो वह अपनी औलाद को कब पैदा करना है, वह अपने आप तय कर लेंगी। पर बजाए जिस अभद्र तरीके से सीएम नीतीश कुमार ने इसका विश्लेषण किया फिर चाहे बयानों से हो या इशारों से। यह काफी गलत और दुर्भाग्यपूर्ण है। आप बिहार की विधानसभा में खड़े होकर बोल रहे हैं। यह कोई सिनेमाघर या थियेटर नहीं है। आप रोड पर खड़े होकर नहीं बोल रहे थे। आपका यह अभद्र बयान काफी अनुचित था।