राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जम्मू-कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक छापेमारी कर रही है. एनआईए जम्मू-कश्मीर के जम्मू और सांबा शहरों में कई जगह पर छापेमारी कर रही है. ये छापेमारी असम के गुवाहाटी में भी चल रही है. गुवाहाटी में फर्जी दस्तावेज बनाने के मामले में एनआईए के अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं. एनआईए कुल मिलाकर 10 राज्यों में छापेमारी कर रही है. ये कार्रवाई मानव तस्करी से जुड़े मामलों को लेकर हो रही है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मानव तस्करी मामले में एनआईए जिन राज्यों की छापेमारी कर रही है, उनमें त्रिपुरा, असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, हरियाणा, पुडुचेरी, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं. इनमें से ज्यादातर राज्य ऐसे हैं, जिनकी सीमाएं पड़ोसी मुल्कों से लगती हैं. त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, असम अपनी सीमाएं बांग्लादेश के साथ साझा करते हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर की सीमा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से लगती है.
जम्मू से रोहिंग्या मुस्लिम अरेस्ट
पीटीआई के मुताबिक, एनआईए ने जम्मू और सांबा में की गई छापेमारी के बाद म्यांमार के रहने वाले एक रोहिंग्या मुस्लिम को हिरासत में लिया है. इन दोनों शहरों के कई इलाकों में छापेमारी की गई है. अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी उन जगहों पर की गई, जहां म्यांमार से आए लोग रह रहे थे. ये कार्रवाई पासपोर्ट अधिनियम के उल्लंघन और मानव तस्करी से संबंधित मामले में हो रही है. एनआईए ने जम्मू के भठिंडी इलाके से जफर आलम नाम के एक शख्स को अरेस्ट किया है.
चेन्नई में चल रही छापेमारी
एनआईए ने तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में छह जगहों पर छापेमारी की है. इसमें पालिकरण, प्रवई, और कलामपक्कम जैसे इलाके शामिल हैं. यहां पर भी बांग्लादेश से मानव तस्करी कर लाए गए लोगों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है. एनआईए सूत्रों ने छापेमारी की पुष्टि की और कहा कि इस संबंध में देशभर में मामले दर्ज किए गए हैं और साथ ही तलाशी भी चल रही है. देश के अलग-अलग इलाकों में मानव तस्करी को लेकर केस दर्ज करवाए गए हैं.
दरअसल, एनआईए को जानकारी मिली है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बांग्लादेश के रास्ते लोगों की मानव तस्करी कर आए लोगों को बसाया गया है. इनमें से ज्यादातर रोहिंग्या मुस्लिम हैं. इसके अलावा कई जगहों पर अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की भी जानकारी मिली है. इन्हीं मामलों को ध्यान में रखते हुए छापेमारी हो रही है.