सूरतगंज बाराबंकी। प्राप्त विवरण के अनुसार थाना मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र के कुतुलूपुर मजरे उमरी प्रथम निवासी कमलेश पुत्र बच्चू ने क्षेत्राधिकारी फतेहपुर को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि उनका 07 वर्षीय पुत्र प्रतिदिन की भांति बीते शनिवार को कम्पोजिट विद्यालय कुतुलूपुर पढ़ने गया था। उसी दौरान पुत्र अनूप ने विद्यालय की सहायक अध्यापिका उर्मिला राय की कार को छू लिया जिस पर आग बबूला अध्यापिका सहित उनके ड्राइवर ने छात्र की जमकर पिटाई कर दी। जिससे छात्र को काफी चोटें आई उसका जबड़ा हिल गया और एक दांत भी टूट गया। बच्चे ने जब घटना की जानकारी घर पर मौजूद अपनी मां को दी। तो पीड़ित छात्र की मां जब विद्यालय पहुंची और अध्यापिका से शिकायत की तो अध्यापिका और ड्राइवर ने पीड़ित बच्चे और परिजनों को जातिसूचक गालियां देकर उन्हें भी मारने की धमकी देकर विद्यालय से भगा दिया। पीड़ित पिता ने जिसकी लिखित शिकायत संबंधित थाना प्रभारी निरीक्षक से की। 2 दिन बीत जाने के बाद जब मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीड़ित दलित युवक ने सी.ओ फतेहपुर से दोबारा शिकायत करते हुए कहा है कि अध्यापिका की ऊंची पहुंच के कारण पीड़ित को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में भी उक्त अध्यापिका बेरहमी से इसी गांव की एक छात्रा की पिटाई कर चुकी है। अध्यापिका का विवादों से पुराना नाता है विद्यालय के प्रधानाध्यापक और अन्य एक शिक्षक से भी विवाद कुछ दिनों पूर्व चर्चा में हुआ था। प्रधानाध्यापक के शिकायत पर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक अयोध्या और तीन खंड शिक्षा अधिकारियों ने जांच की थी जिस मामले में भी अध्यापिका राय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। जिससे उसके हौसले बुलंद हैं। वही ग्रामीणों का कहना है कि अध्यापिका के पति किसी उच्च पद पर हैं जिसके कारण इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। कहा यह भी जाता है कि सूरतगंज खंड शिक्षा अधिकारी अध्यापिका के सजातीय हैं जिससे उन्हें इसका लाभ मिल जाता है। फिलहाल इस घटना के बाद अन्य बच्चे भी डरे सहमे हैं। अब देखना यह है कि योगी सरकार में इस दलित परिवार को कहां तक न्याय मिलता है। या दलित परिवार न्याय के लिए दर-दर भटकने को मजबूर होगा।