तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में दर्शन के लिए आए उत्तर प्रदेश के तीन युवकों में से दो की नर्मदा स्नान के दौरान डूबने से मौत हो गई, जबकि तीसरे को नाविकों ने बचा लिया। घटना मांधाता थाना क्षेत्र अंतर्गत ओंकारेश्वर में ब्रह्मपुरी घाट पर रविवार दोपहर 2 बजे की है। घटना की जानकारी मिलते ही मांधाता पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों युवकों के शव सिविल अस्पताल की मोर्चुरी में रखवाए गए हैं। मृतकों के परिजन को सूचना दी गई है, उनके आने के बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के तीन युवा जिसमें दो चचेरे भाई व एक दोस्त शामिल है, मप्र की धार्मिक यात्रा पर आए थे। रविवार सुबह उज्जैन में महाकाल दर्शन के बाद ओंकारेश्वर पहुंचे थे। दोपहर 2 बजे तीनों युवा ब्रह्मपुरी घाट पर स्नान के लिए पहुंचे। यहां घाट पर पानी कम होने से नर्मदा के बीच चट्टानों की ओर चले गए। यहां चट्टान पर बैठकर स्नान करते समय फिसलकर गहरे पानी में चले गए। नाविकों ने देखा तो तुरंत नाव लेकर मौके पर पहुंचे, लेकिन दो युवक गहरे पानी में डूब चुके थे। नाविकों ने एक युवक को बचा लिया। बाद में दोनों युवकों को बाहर निकाला गया, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। मृतकों में हिमांशु पिता माघवेंद्रसिंह यादव (21) निवासी अंतरोली अलीगढ़ यूपी, गुलशन पिता वीरपालसिंह यादव (20) निवाी जरगांव बुलंदशहर यूपी शामिल है। बचाए गए युवक का नाम प्रशांत पिता सुरेशचंद्र यावद (21) है।
महाकाल दर्शन की सेल्फी लगाई स्टेट्स पर
सुबह तीनों युवाओं ने उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए थे। इस दौरान खींची सेल्फी अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर भी शेयर की और स्टेट्स पर भी लगाई। डूबने से बचा प्रशांत बदहवास स्थिति में है। उसने बताया कि डूबने वालों में एक उसका चचेरा भाई और एक दोस्त है, तीनों नोएडा में रहकर पढ़ाई कर रहे है। मप्र में ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए आए थे।
कम पानी के चलते बीच नदी में पहुंच रहे श्रद्धालु
तीर्थ नगरी में ब्रह्मपुरी घाट पर इसके पूर्व भी श्रद्धालुओं के डूबने की घटनाएं हो चुकी है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि इसका मुख्य कारण पानी का प्रवाह रोकना है। कम पानी के कारण श्रद्धालु बीच नदी में चट्टानों पर जाकर स्नान कर रहे है, जिसके चलते घटनाएं हो रही है। श्रद्धालुओं के डूबने की बढ़ती घटनाओं से लोगों में आक्रोश भी है।