शुगर के मरीज हैं तो नाइट शिफ्ट करने से कर लीजिए तौबा, फिर कंट्रोल करना होगा मुश्किल

डायबिटीज सबसे तेजी से बढ़ती बीमारी में से एक है. आजकल कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. कुछ सालों में दुनिया में डायबिटीज तेजी से अपना पैर पसार रही है. भारत में भी डायबिटीज मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान है. रात में देर तक काम करने वालों यानी नाइट शिफ्ट वालों में भी डायबिटीज बहुत ज्यादा देखने को मिलती है. ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज की समस्या है, उन्हें तो रात में काम करने से तौबा करना चाहिए. क्योंकि उनका ब्लड शुगर लेवल बिगड़ सकता है. आइए जानते हैं इसे मैनेज करने क्या करना चाहिए…


युवाओं में क्यों बढ़ रही शुगर की बीमारी
एक स्टडी में पाया गया है कि आईटी जैसी फील्ड्स में नाइट शिफ्ट आजकल आम हो गया है. यहां काम करने वाले यंग प्रोफेशनल्स में डायबिटीज का खतरा सबसे ज्यादा देखने को मिलता है. ज्यादा देर तक एक जगह बैठे रहने की आदत की वजह से यह बीमारी तेजी से बढ़ती है. चूंकि रात में जागकर काम करना होता है तो ऐसे लोग एक्सरसाइज और वर्कआउट भी नहीं कर पाते हैं, जिससे मोटापा भई तेजी से बढ़ जाता है. इस वजह से प्रीडायबिटीज का खतरा और टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है.


रात में काम करने की समस्या
रात में काम करने वालों के शरीर का क्लॉक प्रभावित हो सकता है. इससे मेटाबॉलिज्म पूरी तरह बिगड़ जाता है. इसकी वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या पैदा हो सकती है. शरीर जब इंसुलिन को सही तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता है तो डायबिटीज की समस्या हो सकती है.
नाइट शिफ्ट में डायबिटीज से बचने क्या करें
लगातार एक ही जगह बैठने से बचें
काम के बीच थोड़ी-थोड़ी देर में ब्रेक लें और टहलें.
डेस्क पर बैठे-बैठे ही योग और स्ट्रेचिंग करते रहें.
पानी पीने में कोताही न बरतें.
एल्कोहल और चीनी वाले ड्रिंक्स पीने से बचें.
हरी सब्जियां, ताजे फल और स्प्राउट्स को खाने में शामिल करें.

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