कानपुर: चौकी प्रभारियों पर गिरी गाज, सवालों के घेरे में आई खाकी…

कानपुर:- नवाबगंज थानाक्षेत्र में गंगाबैराज पर हुए हादसे में दो नाबालिगों की मौत के मामले में पुलिस के खेल की जांच शुरू हो गई है। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने एडीसीपी सेंट्रल आरती सिंह को लेनदेन के मामले की जांच सौंपी है।

इस मामले में लापरवाही बरतने पर गंगा बैराज पर स्थित नवाबगंज और कोहना दोनों चौकी प्रभारियों को हटा दिया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले दूसरे थानाक्षेत्र से गांजा तस्कर को पकड़ने पर भी नवाबगंज पुलिस सवालों के घेरे में आई थी। इस मामले में काकादेव इंस्पेक्टर संस्पेंड किए गए थे।

गुरुवार देर रात गंगा बैराज स्थित मैगी प्वाइंट पर उन्नाव की ओर से आ रहे कार सवार नाबालिग चार छात्रों ने एक के बाद एक छह दुकानों में टक्कर मार दी थी। इस हादसे में रामपुर निवासी मेवालाल के छोटे बेटे सागर निषाद और उन्नाव के गंगाघाट स्थित कनिकाऊ गांव निवासी शिवचरन रावत के बेटे आशीष रावत की मौत हो गई थी।

मृतक सागर के भाई की तहरीर पर पुलिस ने कार चला रहे काकादेव निवासी सर्जन के नाबालिग बेटे समेत चार नाबालिग छात्रों के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने, उतावलेपन की वजह से मृत्यु होने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या में एफआईआर दर्ज करने का दावा किया था लेकिन रविवार को चारों आरोपियों को थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया गया।

यही नहीं वादी की ओर से एक बयान यह भी दिया गया कि कार डॉक्टर का बेटा नहीं बल्कि एक अन्य चला रहा था, जो मौके से भाग गया। इससे भी यह संदेश गया कि इस बदलाव के चलते जहां सभी आरोपित छात्रों को लाभ मिलेगा वहीं कार स्वामी भी नाबालिगों को कार देने के आरोपों से मुक्त हो जाएगा। दावा है कि इन सबके लिए पुलिस और आरोपियों के बीच मोटा लेनदेन हुआ।

डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि लेनदेन के गंभीर आरोपों की जांच एडीसीपी सेंट्रल आरती सिंह करेंगी। इसके अलावा भी जांच एसीपी स्तर के अधिकारी से कराई जाएगी। कोहना चौकी के प्रभारी रवि शंकर पांडेय और नवाबगंज की अटलघाट चौकी प्रभारी विपिन कुमार को लापरवाही में हटा दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं

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