आंध्र प्रदेश:- आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में दो ट्रेनों की टक्कर हो गई है। हादसे में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि हावड़ा-चेन्नई रूट पर विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन और विशाखापत्तनम-रायगढ़ा पैसेंजर ट्रेन के बीच टक्कर हो गई। हादसे में तीन कोच क्षतिग्रस्त हुए हैं। बचाव अभियान जारी है। सहायता और एम्बुलेंस के लिए स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ को सूचित किया गया है। दुर्घटना राहत ट्रेनें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं।
पूर्वी तटीय रेलवे के प्रवक्ता बिस्वजीत साहू ने बताया कि फिलहाल हादसे वाली जगह पर रेल ट्रैक की रिपेयरिंग का काम चल रहा है। राहत-बचाव कार्य खत्म हो चुके हैं। हमने फंसे हुए यात्रियों के लिए बसों और ट्रेनों की व्यवस्था की है। अब तक 18 ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है, जबकि 22 ट्रेनें डायवर्ट की गई हैं। हम शाम चार बजे तक ट्रैक को दोबारा शुरू करने पर काम कर रहे हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि बचाव अभियान चल रहा है, सभी को निकाल लिया गया है। टीमें तैनात कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात की समीक्षा की है। मैंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।
इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि PM नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और अलामंदा और कंटकपल्ले सेक्शन के बीच दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन के संबंध में मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इस बीच प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजन को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार की रुपये की आर्थिक मदद का एलान किया गया।
सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया
आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को घायल लोगों को सहायता प्रदान करने का आदेश दिया। आंध्र प्रदेश CMO के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने तत्काल राहत उपाय करने और विजयनगरम के निकटतम जिलों विशाखापत्तनम और अनाकापल्ली से अधिक से अधिक एम्बुलेंस भेजने और अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए आसपास के अस्पतालों में उचित व्यवस्था करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने पुलिस और राजस्व सहित अन्य विभागों के समन्वय के आदेश जारी किए हैं, जिससे घायलों को शीघ्र चिकित्सा सेवाएं मिलें