मुंबई सेशन कोर्ट ने गवाह को दी है 24 घंटे पुलिस सुरक्षा, फिर भी नहीं रुक रहे हमले

मुंबई । मीरा भायंदर-वसई विरार (एमबीवीवी) आयुक्तालय के तुलिंज पुलिस स्टेशन क्षेत्र में रहने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता को भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत और गवाही की कीमत हमले और मारपीट में अपना खून बहाकर चुकानी पड़ रही है। हैरत की बात यह है कि इस समाजसेवी को मुंबई सेशन कोर्ट से 24 घंटे पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है, इसके बावजूद हमले हो रहे हैं। मामले में समाजसेवी ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करने के साथ ही शासन-प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारियों और अधिकारियों को पत्र लिखकर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। फरियादी का कहना है कि कोर्ट के आदेश के अनुसार मुझे पुलिस सुरक्षा नहीं दी जा रही है।

तुलिंज पुलिस स्टेशन क्षेत्र के गंगोत्री गोकुल टावर में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप आर. पांडेय ने बताया कि वर्ष 2014 में घूसखोरी के एक मामले में वह गवाह हैं। मामले की सुनवाई मुंबई सेशन कोर्ट में चल रही है। पांडेय ने कहा कि गवाही वापस लेने के लिए मुझ पर दबाव बनाया जा रहा था। मना करने पर दिसंबर 2019 में कुछ अज्ञात हमलावारों ने मुझ पर जानलेवा हमला कर दिया। मामले पर संज्ञान लेते हुए मुंबई सेशन कोर्ट ने 17 दिसंबर 2022 को एमबीवीवी पुलिस को निर्देश दिया कि विक्टिम को 24 घंटे पुलिस सुरक्षा दी जाए। पांडेय ने कहा कि मेरी सोसायटी में हुए 50 लाख रुपए के गमन के एक मामले में भी मैं शिकायतकर्ता हूं। साथ ही मेरी शिकायत पर भ्रष्टाचार में लिप्त कई विभागीय अधिकारियों पर एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने कार्रवाई की है। इसलिए मेरी सुरक्षा जरूरी है।

पांडेय ने बताया कि बीते 19 अक्टूबर की सुबह मेरे घर के पास गमन मामले के आरोपी ने मेरे साथ मारपीट और लूटपाट की। यह वारदात सोसायटी में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मामले में फरार आरोपी ने अर्जी देकर कोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी थी, लेकिन उसे राहत नहीं मिली। कोर्ट ने पुलिस को मामले की बारीकी से जांच करने का आदेश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 3 नवम्बर 2023 को रखी गई है। पांडेय का कहना है कि तुलिंज पुलिस को 24 घंटे मेरी सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई। उसी पुलिस स्टेशन में मुझ पर हमला होने का मामला दर्ज किया जाना पुलिस को बर्दाश्त नहीं हो रहा है।

पांडेय ने कहा कि यह मामला दर्ज करने के पहले मुझे डराया-धमकाया गया। क्योंकि मुझे सुरक्षा देने में पुलिस विफल रही है। माननीय कोर्ट ने पुलिस से इस सिलसिले रिपोर्ट भी मांगी है। पर, तुलिंज पुलिस ने बार-बार कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की है। यह बात माननीय कोर्ट के संज्ञान में है, इसलिए मैंने रिट याचिका दायर की है। एक अन्य वारदात का जिक्र करते हुए पांडेय ने कहा कि जुलाई महीने में मैं उत्तर प्रदेश गया था। उस दौरान वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र में दो अज्ञात व्यक्तियों ने मुझ पर चाकू से हमला कर दिया। फूलपुर पुलिस ने 3 जुलाई 2023 को अज्ञात हमलावरों पर एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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