देवकीनंदन ठाकुर का कहना है कि औरंगजेब ने 1670 में मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ठाकुर केशव देव मंदिर तोड़कर मस्जिद बनवा दी थी। दावा है कि इसकी सीढ़ियों के नीचे भगवान कृष्ण के विग्रह दबे हैं।
उत्तर प्रदेश के आगरा की जामा मस्जिद विवाद में मामले में 27 अक्टूबर को कोर्ट में सुनवाई होगी। इस मामले में कथा वाचक देवकीनंदन महाराज ने कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें जामा मस्जिद की सीढ़ियों में भगवान श्री कृष्ण के विग्रहों के दबे होने की बात कही गई है। इससे पहले देवकीनंदन ठाकुर ने 25 अक्टूबर को आगरा में धर्म जागृति सम्मेलन किया। इसका मकसद जामा मस्जिद में श्रीकृष्ण का विग्रह दबे होने के मामले में जनसमर्थन जुटाना था।
इसमें सैकड़ों लोग शामिल थे। इस दौरान देवकीनंदन ने कहा “वो सम्मेलन से पहले मनकामेश्वर मंदिर के दर्शन करने गए थे। पैदल जामा मस्जिद के सामने से निकाले थे। सीढ़ियों को देखकर मेरा मन व्यथित हो उठा। मेरे आराध्य इसी जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे कैद हैं। जब तक मेरे आराध्य बाहर नहीं आएंगे, मैं चैन से नहीं बैठूंगा। अपने आराध्य को बाहर लाने के लिए मैं संघर्ष करता रहूंगा।” इस दौरान देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने सीढ़ियों को हटाने के लिए होने वाला खर्चा भी देने की पेशकश की थी।
धर्म जाग्रति सम्मेलन से जनसमर्थन जुटा रहे देवकीनंदन
जानकारी के अनुसार सुनवाई से दो दिन पहले देवकीनंदन ने आगरा में जनसमर्थन जुटाने के लिए धर्म जागृति सम्मेलन भी किया। वो जामा मस्जिद के सामने से पैदल होते हुए मनकामेश्वर मंदिर गए थे। आगरा की कोर्ट में देवकीनंदन महाराज की ओर से दारवाद के अलावा जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे श्रीकृष्ण विग्रह दबे होने का एक और वाद दायर है। ये वाद श्री भगवान श्रीकृष्ण लला विराजमान द्वारा कौशल किशोर, योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट, क्षत्रिय शक्तिपीठ विकास ट्रस्ट, ठाकुरजी उर्फ कौशल किशोर सिंह तोमर, अजय प्रताप सिंह एडवोकेट अध्यक्ष योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा ट्रस्ट और अनंजय कुमार सिंह सदस्य योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ की ओर से सिविल जज प्रवर वर्ग के न्यायालय में वाद दायर किया था।
जामा मस्जिद के खिलाफ 11 मई को दायर किया गया था वाद
देवकीनंदन की ओर से इसको लेकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि संरक्षित सेवा ट्रस्ट बनाया है। ट्रस्ट की ओर से ही इस मामले में 11 मई को वाद दायर किया गया था। कोर्ट ने इस मामले में जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी, दीवान-ए-खास, छोटी मस्जिद, जहां जामा मस्जिद आगरा किला, यूपी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ और श्रीकृष्ण सेवा संस्थान को नोटिस भेजा था। पिछली सुनवाई में वादी पक्ष की ओर से मस्जिद की सीढ़ियों पर चढ़ने-उतरने पर रोक लगाने और आर्कियोलाजिकल सर्वे कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था।
कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर का दावा है कि आगरा की जामा मस्जिद में जो सीढ़ियां बनी हैं, उनके नीचे भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियां हैं। देवकीनंदन ने कहा, “पहले हमारे देश में बाहर से आए मुगल आक्रांताओं ने सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति को नुकसान पहुंचाया। उसे अपमानित करने का काम किया। औरंगजेब ने 1670 में मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ठाकुर केशव देव मंदिर को तोड़कर उस जगह मस्जिद बनवा दी थी।