तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में पटाखा फैक्ट्रियों में आग लगने की दो घटनाओं में 14 लोगों की मौत हो गई। पहली घटना रंगापलयम इलाके की है। पुलिस ने बताया कि पटाखों के नमूना परीक्षण के दौरान यह हादसा हुआ। इस घटना में 12 महिलाओं समेत 13 लोगों की मौत हो गई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों के परिजनों के लिए तीन लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए एक लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है।
पुलिस, दमकल और बचाव सेवा कर्मी तथा स्थानीय लोग मिलकर आग बुझाने और पीडि़तों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। फैक्ट्रियों के पास वैध लाइसेंस था या नहीं पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि रंगापलयम की पटाखा फैक्टरी में घटनास्थल से सात जले हुए शव मिले हैं और उनकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
मरने वाले मजदूर हो सकते हैं
पुलिस को आशंका है कि मरने वाले मजदूर हो सकते हैं। उधर किचनायकनपट्टी गांव में ही एक अन्य आतिशबाजी इकाई में ऐसी ही एक और घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी पहचान वेम्बू (35) के रूप में हुई है। बचाई गईं दो महिला श्रमिकों को इलाज के लिए श्रीविल्लीपुत्तूर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मलवा हटाते समय फिर हुआ धमाका
एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया है। इस दौरान मलवा हटाने का काम चल रहा था। तभी अचानक दोबारा से विस्फोट हो गया। इसके बाद मकान का मलवा करीब 25 फीट दूरी तक बिखर गया। मौके पर मौजूद कई लोगों के सिर में ईंट के टुकड़े लगे। उसके बाद पुलिस ने घटनास्थल से भीड़ को करीब 50 मीटर दूर कर दिया है।