हमास के हमले के बाद इजरायल बदला लेने पर ऊतारू है और गाजा पर उसके हमले जारी हैं. इस बीच उसने 11 लाख फिलिस्तनीयों को उत्तरी गाजा खाली करने का अल्टीमेटम दिया है. संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने बताया कि इजराइल की सेना ने उत्तरी गाजा के 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से चले जाने का शुक्रवार को निर्देश दिया है. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इस आदेश से ‘विनाशकारी मानवीय परिणाम’ सामने आने का खतरा है. यह आदेश ऐसे वक्त आया है जब इजराइल ने हमास के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई तेज की है.
वहीं दूसरी तरफ यूएन के इस बयान पर इजरायल भड़क गया है. इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र के बयान को गलत और अपमानजनक बताया. इजरायल का कहना है कि आतंकियों ने हमारे नागरिकों की हत्या की, उनके साथ बर्बरता की. संयुक्त राष्ट्र ऐसे हालात में हमें कोई उपदेश न दे. इस समय उसे हमास के हमलों की निंदा करनी चाहिए और बंधकों को छुड़ाने में मदद करनी चाहिए.
यूएन इजरायल से मांगी मुद्दे पर सफाई
संयुक्त राष्ट्र ने उत्तरी गाजा को खाली करने के आदेश पर वरिष्ठ इजरायली अधिकारियों से स्पष्टता मांगी है. स्थिति से परिचित एक सूत्र के अनुसार, इजरायल द्वारा 24 घंटे के भीतर उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश जारी करने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो ने गुरुवार रात इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान से इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा
सूत्र के अनुसार, गुतारेस ने कम से कम दो फोन कॉलों के बाद इस बारे में स्पष्टता मांगी कि इस आदेश को कैसे लागू किया जा सकता है, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि ‘विनाशकारी मानवीय परिणामों के बिना इस तरह का पलायन होना असंभव है.’
क्या हो सकता है इस इजरायल के अल्टीमेटम का अर्थ
उत्तरी गाजा खाली करने के अल्टीमेटम का एक संकेत यह हो सकता है कि इजरायल अब गाजा पर बड़ा जमीनी हमला कर सकता है. गुरुवार को इजरायल की सेना ने कहा कि वह गाजा में संभावित जमीनी अभियान की तैयारी कर रही है लेकिन देश के नेताओं ने इस संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. लेफ्टिनेंट कर्नल रिचर्ड हेच ने गुरुवार पत्रकारों को बताया कि बल ‘जमीनी अभियान की तैयारी कर रहे हैं…’ इजरायल ने लगभग 360,000 रिजर्व सैनिक बुलाए हैं.