मिश्रिख सीतापुर / वन रेंज मिश्रिख क्षेत्र के अंतर्गत माडर क्षेत्र में फॉरेस्ट गार्ड विजय की सह पर धड़ल्ले से प्रतिबंधित प्रजाति के वृक्षों का कटान हो रहा है विभाग के उच्चाअधिकारी सब कुछ जानते हुए भी पता नहीं किस दबाव में पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं संरक्षण क्षेत्र के बजाय वृक्ष विनाश कार्यक्रम निरंतर जारी है प्राप्त जानकारी के अनुसार माडर क्षेत्र के गांव डेडुवापुर में रोड पटरी पर खड़ा एक भारी भरकम सागवन का पेड़ बीते माह कटकर साफ हो गया था जिस पर अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है ईतना ही नहीं क्षेत्र के भैसेपारा स्थित शुखतला धाम मंदिर के पास खड़े कई प्रतिबंधित नीम और शीशम के पेड़ कटकर साफ हो गए थे ईसी स्थान के पास खड़ा नीम का एक भारी भरकम वृक्ष 9 अक्टूबर को कटवाकर साफ कर दिया गया इसके पहले फ़ारिस्टगार्ड की सहपर 25 सितंबर की रात मुसौली गांव स्थित करीब एक दर्जन देसी आम के फलदार वृक्ष भी लकड़ कटेरो द्वारा कटाकर साफ कराये जा चुके है धड़ल्ले से माडर क्षेत्र में बगैर परमिट आये दिन होने वाले वृक्ष कटान में गौरतलब बात तो यह है कि जब किसी स्तर से मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में डाल दिया जाता है तो उक्त फारेस्ट गार्ड मामूली धनराशि की जुर्माना रसीद काटकर हुए वृक्ष कटान को नंबर एक का बनाकर विभागीय राजस्व को भी चूना लगा रहा है अवैध कमाई के चक्कर में फारेस्टगार्ड द्वारा वृक्ष कटान को लेकर किए जा रहे उपरोक्त खेल से इलाके का पर्यावरण काफी प्रदूषित हो रहा है जिसकी तरफ जिला प्रशासन को जांच कराकर गंभीरता से पहल करने की आवश्यकता है तभी क्षेत्र में वृक्षों की हरियाली बरकरार रहेगी अन्यथा इलाके में तैनात घूसखोर फारेस्ट गार्ड अवैध कमाई के चक्कर में क्षेत्र की भूमि को वृक्ष विहीन ही बना देगा।