हरिद्वार । केन्द्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के बीएचईएल हरिद्वार इकाई परिसर में कार्डियक अरेस्ट, कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) और ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (एईडी) के संदर्भ में एक कार्यशाला हुई।
सीआईएसएफ के वरिष्ठ कमांडेंट सत्यदेव आर्य के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला का आयोजन समर्पण सेवा समिति, हरिद्वार के सहयोग से किया गया। साथ ही मेट्रो हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट, हरिद्वार, महंत इन्द्रेश अस्पताल, देहरादून, रिवाइव हार्ट फाउंडेशन, अलर्ट एनजीओ और मेडट्रॉनिक जैसे संस्थानों ने भी इस कार्यशाला में सहयोग किया।
कार्यक्रम में सत्यदेव आर्य ने कहा कि वर्तमान में सीआईएसएफ देश के औद्योगिक प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, बंदरगाहों सहित अति विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा आदि में कार्यरत है। इन स्थानों पर सीआईएसएफ के अधिकारियों एवं जवानों द्वारा यात्रियों, कर्मचारियों या आमजन को कार्डियक अरेस्ट होने पर सीपीआर देकर कई जानें बचाई गई हैं। कार्यक्रम में बताया गया कि दिल का दौरा पड़ने पर मरीज को अस्पताल पहुंचाने से पहले, किस तरह सीपीआर एवं एईडी मशीन की मदद से उसकी जान बचायी जा सकती है। साथ ही मैनीकिन के माध्यम से प्रतिभागियों को सीपीआर आदि का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। इस कार्यशाला में लगभग 120 सीआईएसएफ कर्मियों एवं उनके परिजनों ने भाग लिया।
इस अवसर पर वाईफ वेलफेयर एसोसिएशन, सीआईएसएफ, हरिद्वार इकाई की अध्यक्षा श्रीमती पूनम आर्य, उप अध्यक्षा सुशीला थपलियाल, सहायक कमांडेंट पीके थपलियाल, वीएन तिवारी, समर्पण सेवा समिति से दिनेश पंवार एवं दिनेश रावत, मेट्रो हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट से डा. मीनल चौहान, महंत इन्द्रेश अस्पताल से डा. तनुज भाटिया, सीआईएसएफ से इंस्पेक्टर राजेश कुमार, नरेंद्र पाल पोरिया, सुरेंदर सिंह रावत, लखबीर सिंह असवाल, बीएल मीना तथा योगेन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।