बिहार– बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अचानक अपने विभागों का जायजा लेने पहुंच जा रहे हैं। सीएम आज मुख्य सचिवालय के बदले अचानक विकास भवन पहुंच गए और शिक्षा विभाग का जायजा लिया। इससे वहां मौजूद अधिकारी से लेकर कर्मचारियों सभी में हड़कंप मच गया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश ने मंत्रियों को कॉल लगाया।
दरअसल, बिहार में इन दिनों शिक्षा विभाग खासा चर्चा में बना हुआ है। इसके दो कारण हैं। पहला- शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK PAthak) के बीच टकराव। दूसरा- बिहार के स्कूलों की दशा सुधारने के लिए अपर मुख्य सचिव केके पाठक की ओर से एक के बाद एक लिए जा रहे फैसले।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को भी अपने औचक निरीक्षण का सिलसिला जारी रखा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) सुबह 9:30 बजे विकास भवन पहुंचे और शिक्षा विभाग का जायजा लिया। इस दौरान, शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Education Minister Chandra shekhar) अनुपस्थित पाए गए।
नीतीश जैसे ही शिक्षा मंत्री के कक्ष की ओर बढ़े, उन्हें वहां मौजूद एक अधिकारी ने कहा कि मंत्री जी अभी नहीं आए हैं। मुख्यमंत्री ने हैरानी जताई। इसके बाद सीएम नीतीश ने साथ चल रहे अधिकारी को उन्होंने शिक्षा मंत्री को फोन लगाने को कहा।
शिक्षा मंत्री जैसे ही मुख्यमंत्री की लाइन पर आए, मुख्यमंत्री ने उन्हें नसीहत वाले अंदाज में कहा कि आप क्यों नहीं हैं दफ्तर में? यह भी कहा कि हम यहां घूम रहे हैं और आप बाहर हैं, समय पर आया कीजिए।
इसके बाद, उद्योग विभाग गए वहां उन्हें उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव से भेंट हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केवल यहीं पर अधिकारी समय पर मिले हैं।
इसके बाद सीएम नीतीश कुमार स्वास्थ्य विभाग पहुंचे और वहां निरीक्षण किया, लेकिन वहां भी उन्हें विभाग के अपर मुख्य सचिव नहीं मिले।
मुख्यमंत्री सुबह करीब 10 बजे भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) के कक्ष में पहुंच गए, उस वक्त वहां अशोक चौधरी अनुपस्थित थे। सीएम के पहुंचने के दो मिनट बाद मंत्री पहुंचे तो नीतीश ने कहा कि आज आपको अनुपस्थित माना गया है।