शिव पूजन में बेलपत्र का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता के अनुसार, जो भी व्यक्ति भगवान शिव की पूजा में श्रद्धा से बेलपत्र चढ़ाता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसलिए शिव पूजा में बेलपत्र जरूर अर्पित किया जाता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में चांदी का बेलपत्र रखना शुभ माना जाता है। अगर आपको बेलपत्र नहीं मिल पाता है, तो आप चांदी का बेलपत्र शिवलिंग के पास इसे रखकर पूजा का पूर्ण फल प्राप्त कर सकते हैं।
आप देश में रहते हों, या विदेश में, आप घर के पूजा स्थान पर चांदी का बेलपत्र रख सकती हैं। यह आपके जीवन को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। साथ ही चांदी का बेलपत्र घर में रखने से सुख-समृद्धि बनी रहती है। सौभाग्य और समृद्धि को करता है आकर्षित
बता दें कि चांदी को चंद्रमा की धातु माना जाता है। इसलिए इसे घर में रखने से मानसिक शांति बनी रहती है। साथ ही कुंडली में चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत होती है। अगर आप चांदी के बेलपत्र को सही स्थान में रखते हैं, तो यह आपके घर में सुख-समृद्धि का भी कारक होता है। भगवान शिव के मस्तक पर चंद्रमा विराजमान हैं, जब चंद्रमा की स्थिति मजबूत होगी तो आपको भगवान शिव की पूर्ण कृपा प्राप्त होगी। चांदी का बेलपत्र जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु से भी जुड़ा होता है। इसे घर में रखने से परिवार के सदस्यों पर भगवान श्रीहरि की भी कृपादृष्टि बनी रहती है।
नकारात्मक ऊर्जा से करता है रक्षा
वास्तु के मुताबिक चांदी धातु में सुरक्षात्मक शक्तियां होती हैं। आपके घर की नकारात्मक ऊर्जा को इस धातु का बेलपत्र दूर करने में मदद करता है। साथ ही यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसे पवित्र स्थान या मंदिर में रखना शुभ माना जाता है। चांदी का बेलपत्र घर में शांति और सद्भाव को भी बढ़ाता है। चांदी शीतलता प्रदान करती है साथ ही माहौल में सकारात्मकता बनाए रखती है। इसे घर में रखने से व्यर्थ के वाद-विवाद नहीं होते हैं।
स्वास्थ्य और खुशहाली को देता है बढ़ावा
वास्तुशास्त्र की मानें तो चांदी का बेलपत्र स्वास्थ्य और खुशहाली को बढ़ावा देता है। चांदी का बेलपत्र घर में रखने से परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इस बेलपक्ष से निकलने वाली सकारात्मक ऊर्जा परिवार के सदस्यों को भी ऊर्जावान बनाए रखती है। हालांकि आपको वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेकर इसे शुभ स्थान पर रखना चाहिए।
चांदी का बेलपत्र रखने की सही दिशा
पूर्व या उत्तर-पूर्व की दिशा चांदी का बेलपत्र रखने के लिए सबसे अच्छी मानी होती है। इन दिशाओं में चांदी का बेलपत्र रखने से सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। सूर्य के उगने की दिशा पूर्व है। इसलिए ऊर्जा का सबसे ज्यादा संचार इसी दिशा में होता है। उत्तर-पूर्व दिशा को भगवान से जुड़ा होता है। इसलिए यह भी शुभ दिशा मानी जाती है। इन दिशाओं के अलावा पश्चिम दिशा में भी इसे रखा जा सकता है। आपकी कुंडली और अन्य कारकों के आधार पर यह दिशा तय होती है।
चांदी का बेलपत्र रखने के नियम
चांदी के बेलपत्र को साफ और पवित्र स्थान पर रखना चाहिए। इसे तिजोरी या फिर मंदिर में रखना चाहिए। चांदी के बेलपत्र को गंदगी वाले स्थान पर नहीं रखना चाहिए।
आपको अन्य चीजों की ही तरह नियमित रूप से चांदी के बेलपत्र की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
समय-समय पर चांदी के बेलपत्र की साफ-सफाई करते रहें। इस पर धूल आदि नहीं जमने देनी चाहिए।