राम मोहन गुप्ता
बीकेटी लखनऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटौंजा में प्रभारी अधीक्षक के न होने की वजह से अस्पताल में चारों तरफ अव्यवस्थाएं फैली हुई है।जिससे अस्पताल में रोजाना मरीजों को अनेक मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है । इससे इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने इसका कड़ा विरोध जताया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकेटी के प्रभारी डॉक्टर जेपी सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटौंजा का कार्यभार संभाल रखा है। इटौंजा अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर एके दीक्षित का स्थानांतरण हो गया है। तब से इटौंजा अस्पताल में प्रभारी डॉक्टर का पद खाली है। एक प्रभारी डॉक्टर को दो-दो जगह की व्यवस्था देखना एक टेढ़ी खीर है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटौंजा के एक डॉक्टर ने बताया कि इस अस्पताल में डॉक्टरों की बेहद कमी है जबकि इस समय वायरल फीवर जोरों से चल रहा है और इस समय मरीजों की भीड़ लगी रहती है।
इस अस्पताल में आयुर्वेदिक दवाओं का अभाव है। मरीज ने बताया की आयुर्वेदिक दवा फीवर में अधिक कारगर होती है । इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रामदेव तिवारी राष्ट्रीय गरीब जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र रावत भाकियू की नेता बबली गौतम आमिर बहादुर मोहम्मद अकील खां राकेश कठेरिया कृपाल सिंह राम प्रकाश सिंह एडवोकेट तथा अन्य नागरिकों ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर से मांग की है कि यहां पर शीघ्र ही प्रभारी डॉक्टर की तैनाती की जाए। जिससे अस्पताल व्यवस्थित ढंग से संचालित हो सके। इस समय इस अस्पताल में 100 से अधिक मरीज आते हैं। जिससे प्रभारी डॉक्टर का होना अनिवार्य है।
यदि यहां पर शीघ्र प्रभारी डॉक्टर न भेजा गया तो जिला किसान सभा द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा। देहात क्षेत्र के अस्पतालों की अजीबोगरीब स्थिति है। कहीं अस्पताल में डॉक्टर नदारत है तो कहीं फार्मासिस्ट का अभाव, डॉक्टर है तो वार्ड ब्वाय व स्वीपर की कमी है। ग्रामीण इलाके में अस्पताल तबेला बनकर रह गए हैं। अस्पतालों में आवास है पर कोई डॉक्टर व कर्मचारी इन आवासों में नहीं रहना चाहते हैं। आला अधिकारी ऐसे अस्पताल पर दम्भ भरते हैं और समय-समय पर शासन द्वारा वाहवाही लूटते रहते हैं पर अस्पताल की दयनीय दशा को नजरअंदाज करते रहते हैं। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।
जिम्मेदार बोले
डिप्टी सीएमओ केडी मिश्रा ने बताया जल्दी से नियुक्त किया जाएगा