कानपुर। मानसूनी बारिश का अंतिम महीना चल रहा है और किसानों को उम्मीद है कि अच्छी बारिश होगी, लेकिन मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि औसत से कम बारिश होगी। इससे जहां फसलें प्रभावित होंगी तो वहीं दूसरी ओर तापमान बढ़ने से लोग गर्मी से परेशान होंगे।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि इस वर्ष दक्षिण–पश्चिम मानसून अभी तक अच्छा नहीं रहा है। देश के अधिकांश राज्यों में सामान्य से कम वर्षा हुई है, जिससे कई राज्य सूखे की चपेट में हैं। यहां तक की कई ज़िलों में तो अगस्त महीने में सामान्य से बहुत ही कम बारिश हुई है जिससे किसानों के खेत सूखने लगे हैं, कई जगह तो खेतों में दरारें आने लगी हैं। इधर दो दिनों से बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है जिससे मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार है।
पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वोत्तर भारत के कई क्षेत्रों और उससे सटे पूर्वी भारत के क्षेत्र, हिमालय तलहटी और पूर्वी–मध्य भारत एवं दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।