बदायूं। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के राजश्री नर्सिंग होम में एक प्रसूता की 09 अप्रैल को आप्रेशन से महिला की सही सलामत डिलीवरी हुई थी। उसके बाद हालत को गंभीर देखते हुए उसे बरेली के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया वहां उसकी मौत हो गई थी। प्रसूता के परिजन शव को लेकर दोबारा नर्सिंग होम पहुंचकर नर्सिंग होम संचालक पर आरोप लगाते थाने तहरीर दी थी। उस मामले का संज्ञान लेते हुए में स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल को सील कर प्रबंधन पर कार्रवाई कराई थी। जबकि राजश्री नर्सिंग होम की 25 जुलाई को सील तो खोल दी मगर कार्य करने की अनुमति नहीं दी गई जिस बात को लेकर राजश्री नर्सिंग होम संचालक गौरव पटेल को रोजाना सीएमओ ऑफिस के बाबू और झोलाछाप नोडल अधिकारी चक्कर कटवाते रहे और आश्वासन पर आश्वासन देते रहे सीएमओ ऑफिस के झोलाछाप नोडल अधिकारी से लेकर बाबू तक ने उसे परेशान कर रहे थे। झोलाछाप नोडल अधिकारी ने बिना प्रूफ के संचालक पर जेल भेजने का आदेश बना दिया उस बात से आहत होकर उसने सोमवार को सीएमओ ऑफिस में नशीला पदार्थ खा लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ती चली गई। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हालत को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है। अभी तो उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस बात को लेकर सीएमओ ऑफिस में हड़कंप मचा हुआ है। सीएमओ से लेकर नोडल अधिकारी, बाबू सब चुप्पी सादे हुए बैठे हैं।
सीएमओ बोले जहरीला पदार्थ खाने के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है
सीएमओ डॉक्टर प्रदीप वार्ष्णेय से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
डॉ निरंजन सिंह, नोडल अधिकारी झोलाछाप के लिए इस संबंध में जानकारी लेने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।