हरिद्वार । रुड़की में आयोजित उत्तराखंड किसान मोर्चा की महापंचायत से शहर में चारों तरफ जाम की स्थिति बन गई। जाम में एंबुलेंस सहित कई वाहन फंसे रहे। जाम खुलवाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए। कई जगहों पर आम जनता खुद ही जाम खुलवाती नजर आई।
किसानों की बिजली और गन्ना भुगतान संबंधित मांगों को लेकर उत्तराखंड किसान मोर्चा ने एसडीएम चौक के पास महापंचायत की। उत्तराखंड किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने किसानों की समस्याओं पर चर्चा के साथ ही मांगों से संबंधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा।
इस महापंचायत को सफल बनाने के लिए पदाधिकारी पिछले आठ दिन से लगातार हरिद्वार के हर गांव में जाकर किसानों से संपर्क करने में जुटे हुए थे। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी गुलशन रोड़ ने बताया कि सरकार और प्रशासन किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। मजबूरन किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। उन्होंने दावा कहा कि इस महापंचायत में हरिद्वार से एक हजार से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में करीब चार हजार किसान शामिल हुए।
सुबह 12 बजे सभी किसान बोट क्लब पर एकत्र होकर यहां से पैदल और ट्रैक्टरों से रैली निकालते हुए रोडवेज बस अड्डे से होते हुए एसडीएम चौक पर पहुंचे। सभी वाहन हाईवे पर आईआईटी जाने वाले खाली मार्ग पर खड़े किए। इसके बाद एसबीआई वाली रोड पर सड़क पर बैठकर महापंचायत की किसानों को उत्तर प्रदेश की तर्ज पर एक साल तक ट्यूबवेलों पर बिजली मुफ्त दी जाए। इस बार बाढ़ में किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा 10 हजार रुपये प्रति बीघा, किसानों को गन्ना मूल्य 600 रुपये प्रति क्विंटल और किसानों पर हर प्रकार के कर्ज माफ करने की मांग की है।