मुंबई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में सहकारी क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सहकारी क्षेत्र को दिया गया महत्व एक अलग सहकारिता मंत्रालय के निर्माण से उजागर होता है, जिसने इस क्षेत्र को पुनर्जीवित और मजबूत किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अहमदनगर में गुरुवार को एक साहित्य पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को आश्वासन दिया है कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा और देश भर की सहकारी समितियां इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। केवल सहकारिता ही भारत को आर्थिक समृद्धि की ओर ले जाएगी। सहकारी क्षेत्र आज एक उभरता हुआ क्षेत्र है। इसका न केवल हमारे संविधान में उल्लेख है, बल्कि सहकारी आंदोलन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक अलग सहकारिता मंत्रालय भी स्थापित किया गया है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि सहकारी आंदोलन ने देश में किसानों की समृद्धि के लिए कई अवसर खोले हैं। “नेफेड, इफको और अमूल जैसी कई सहकारी समितियों ने किसानों के सामाजिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऐसे संस्थान केवल कृषि क्षेत्र तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि बैंकिंग क्षेत्र में भी विस्तार कर रहे हैं। देशभर में कई सहकारी बैंक आज अपने सदस्यों को कृषि गतिविधियों और लघु उद्यम स्थापित करने के लिए कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान कर रहे हैं”।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल उपस्थित रहे।