देहरादून । जिलाधिकारी ने जिले में डेंगू की रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने फॉगिंग कार्यों में लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए फागिंग कार्यों को कन्ट्रोल रूम से संचालित करने के निर्देश दिए।
बुधवार को ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट में डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी सोनिका ने रेखीय विभागों के साथ बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान ही जिलाधिकारी के फोन पर प्रभावित क्षेत्र से निगम की ओर से फागिंग कार्यों में लापरवाही का काल आने पर, जिलाधिकारी ने फॉगिंग कार्यों में लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही अधिकारी को स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी के निर्देश पर आईटीडीए में कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया। डेंगू से संबंधित किसी भी शिकायत टैस्ट, बैड, प्लेटलेट्स, लैब, चिकित्सालय आदि के लिए टोलफ्री नम्बर 18001802525 पर कॉल की जा सकती हैं।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को प्रतिदिन दो बार कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण और फागिंग कार्यों को कन्ट्रोल रूम से संचालित करने के निर्देश दिये। लैब, चिकित्सालयों से संबंधित शिकायतों पर मजिस्ट्रेट मौके पर जाकर जांच करेंगे। कन्ट्रोल रूम में आयुष, यूसेक, निगम, सीमएओ कार्यालय से स्टॉफ तैनात रहेगा।
चिकित्सालयों में बैड आदि आवश्यक सुविधाओं की प्रतिदिन की जानकारी कन्ट्रोल रूम की दी जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सी.एस रावत को नोडल अधिकारी और निगम की ओर से मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी निगम डॉ अविनाश खन्ना को नोडल अधिकारी बनाया गया है। अभियान चलाकर डेंगू के लार्वा को समाप्त करने के दिए निर्देश। डेंगू से बचाव हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश। निर्माणाधीन साइटों एवं प्रतिष्ठानों में डेंगू का लार्वा मिलने पर सम्बन्धित के विरुद्ध होगी कार्रवाई।
जांच की ओवर रेटिंग और बैड होने के उपरान्त भी भर्ती न करने वाले चिकित्सालयों पर होगी कार्यवाही। इसके लिए अपर जिलाधिकारी वित्त और राजस्व को निर्देश दिए कि ऐसी शिकायतों पर मजिस्ट्रेट को संबंधित चिकित्सालय और लैब में जांच के लिए भेजा जाए सत्यता पाने पर कार्रवाई की जाएगी। जनपद में संचालित चिकित्सालयों की प्रतिदिन बेड की जानकारी कन्ट्रोल रूम को देने होंगे। इसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिए।