सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है, जो अब जल्द ही समाप्त होने वाला है। सावन के महीने के समाप्त होने से पहले, 28 अगस्त को इस बार सावन का अंतिम और आठवां सोमवार भी पड़ने जा रहा है। ये सोमवार भगवान शिव की कृपा पाने का अंतिम मौका है।
सावन के महीने में खास तौर से सोमवार के दिन अगर भगवान शंकर की पूजा की जाए तो उस पूजा फल कई गुना अधिक मिलता है। इस साल सावन अधिक मास के कारण 59 दिनों का है। इस वर्ष के सावन का अंतिम सोमवार 28 अगस्त को है, जो काफी महत्वपूर्ण है।
ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक सावन के अंतिम सोमवार पर पांच संयोग बन रहे है, जो बहुत अद्भुत है। सोमवार के दिन भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा करनी चाहिए। सावन के सोमवार में इस पूजा का महत्व अधिक होता है। सावन के अंतिम सोमवार के दिन शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इसके साथ ही त्रयोदशी तिथि भी शुरू हो जाएगी। इस दिन ही सोम प्रदोष व्रत भी रखा जाएगा। इस दिन जो भी पूजा की जाती उस फल बहुत अधिक मिलता है।
ये है शुभ मुहूर्त
इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 09 मिनट से दोपहर 12 बजकर 23 मिनट तक रहे वाला है। प्रदोष काल में 6 बजकर 48 मिनट से रात 9 बजकर 02 मिनट तक पूजा का मुंह बेहद शुभ रहेगा। इस दिन सुबह 8 बजकर 27 मिनट से श्याम 5 बजकर 51 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग रात 1 बजकर 01 मिनट से दोपहर 1 बजकर 01 मिनट तक रहेगी।
सोमवार और प्रदोष में होते है खास योग
धर्म ग्रंथों के अनुसार सोमवार और प्रदोष एक साथ होने पर कई संयोग भी बनते है। इस दिन विधि विधान के साथ शिवजी का पूजन करने से उनका आशीर्वाद मिलता है।
सावन के अंतिम सोमवार में करे ये उपाय
सावन के अंतिम सोमवार पर भोलेनाथ का पूजन करें। सबसे पहले उनका जलाभिषेक करे। मान पार्वती, नंदी को भी गंगाजल अर्पित करे। पंचामृत से उनका रुद्राभिषेक करे। शिव जी को बेलपत्र, धतूरा, भंग, चंदन, अक्षत अर्पित करे। भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी को चंदन लगा कर पूजा संपन्न करे। पूजा के दौरान ॐ नमः शिवाय का जाप जरूर करते रहे।