पलवल । कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे (केएमपी) से हथीन क्षेत्र के मंडकोला-सिलानी रोड के लिए रैंप बनाया जाएगा। मंडकोला-सिलानी रोड केएमपी से जोड़ने के लिए 80 गांवों के स्थानीय किसानों ने केएमपी पर धरना दिया था। अब इस प्रोजेक्ट को अंतिम व वित्तीय मंजूरी दे दी गई है। यह काफी समय से लंबित था। अब रैंप के बनने से तीनों एक्सप्रेस-वे पर आना जाना सुगम हो जाएगा।
कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे (केएमपी) से हथीन क्षेत्र के मंडकोला-सिलानी रोड के लिए रैंप बनाया जाएगा। यह रैंप 4.89 करोड़ रुपये की लगात से तैयार होगा। प्राधिकरण से इसकी मंजूरी की बाबत एचएसआईआईडीसी केएमपी प्रोजेक्ट के सहायक प्रबंधक को सूचित कर निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू करने का प्रपत्र भी भेज दिया गया है।यह धरना बीते एक जनवरी 2023 से शुरू हुआ था। धरना 38 दिन तक चला था। बाद में केंद्रीय भारी उद्योग एवं ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने किसानों की मुलाकात केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करवाकर इसकी सैद्धांतिक मंजूरी करवाई थी, लेकिन यह मामला लंबित था। अब इस प्रोजेक्ट को अंतिम व वित्तीय मंजूरी दे दी गई है।
केएमपी पर कनेक्टिविटी से क्षेत्र को होगा लाभ
मंडकोला के समीप केएमपी से कनेक्टिविटी के कारण क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ होगा। सबसे पहले हथीन,पलवल तथा नूंह के लोगों को केएमपी, मुंबई वडोदरा हाईवे, डीएनडी एक्सप्रेस वे मार्ग पर जाने के लिए दूर दराज गांवों के अंदर से घूमकर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि रैंप के बनने से तीनों एक्सप्रेस-वे पर आना जाना सुगम हो जाएगा।मंडकोला व आसपास के दर्जनों गांव में ट्रांसपोर्ट, होटल व्यवसाय, वह माल स्थापित होंगे। जिससे यहां पर रोजगार के साधनों का सृजन होगा। कट से किसानों की जमीनों के दाम भी बढ जाएंगे।