बदायूँ। यूपी डास्प द्वारा संचालित नमामि गंगे जैविक खेती (ईओएफ०सी०) योजनान्तर्गत द्वितीय चरण हेतु चयनित 2000 हे0 के 100 समूह हेतु जिलास्तरीय शासी निकाय की बैठक जिलाधिकारी मनोज कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में आयोजित हुई। बुधवार को आयोजित बैठक में नमामि गंगे जैविक खेती योजनान्तर्गत गंगा किनारे के 5 से 7 किमी अन्तर्गत चयनित विकास खण्डों दहगवां सहसवान, उझानी, कादरचैक, उसावां की चयनित ग्राम पंचायतों में कार्य करने हेतु जिलाधिकारी द्वारा सहमति प्रदान की गयी जिसमें संस्थाओं द्वारा अवगत कराया गया कि सामूहिक बैठक का आयोजन कर जैविक खेती के फायदे एवं रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देने के उपरान्त जैविक खेती करने वाले इच्छुक किसानों का समूह गठन किया जा रहा है। जिसमें पीजीएस पंजीकरण हेतु किसानों का किसान पंजीकरण नम्बर, आधार कार्ड, खतौनी, बैंक पासबुक, राशनकार्डध्फैमिली आईडी फोटो पंजीकरण हेतु लिए जा रहे है। जिसमें 20 हे0 का 20 से 30 किसानों का समूह तैयार कर किसानों को कृषि विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण देकर जैविक खेती की शुरूआत करायी जायेगी। इस अवसर पर परियोजना समन्वयक डॉ0 राजुल सक्सेना यूपी डास्प एवं सहयोगी संस्था वायोरार्ट इण्टरनेशनल प्रा० लि० इन्दौर म०प्र० तथा प्रमाणीकरण संस्था एपाफ ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेन्सी महाराष्ट्र एवं ट्रेस एश्योर सर्टिफिकेशन एजेन्सी नई दिल्ली मौजूद रहे।