क्या पवन कल्याण के काफिले से छात्रों का भविष्य संकट में पड़ा?

विशाखापत्तनम में सोमवार को 25 से अधिक अभ्यर्थियों को एक महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया. आरोप है कि ये छात्र देरी से एग्जाम सेंटर पहुंचे थे. आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के काफिले के कारण यातायात प्रतिबंधों की वजह से छात्रों को सेंटर पहुंचने में देरी हुई. परीक्षा पेंडुर्थी के चिन्नामुसिदिवाड़ा स्थित आईओएन डिजिटल जोन भवन में सुबह 8.30 बजे शुरू होने वाली थी.

क्या दावा किया गया?
संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) 2025 में बैठने वाले एक छात्र की मां बी कलावती ने दावा किया, कल्याण के काफिले के लिए लागू यातायात प्रतिबंधों के कारण उनके बेटे को देरी हुई. कलावती ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, हम यातायात में फंस गए थे. इसे इसलिए रोका गया क्योंकि कल्याण अराकू जा रहे थे. छात्र की मां ने कहा कि वह सुबह 7.50 बजे एनएडी जंक्शन पर पहुंच गई थीं, लेकिन परीक्षा केंद्र तक शेष दूरी तय करने में उन्हें 42 मिनट लग गए. वे बहुत देर से पहुंचे और उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया.

उन्होंने कहा कि लगभग 30 छात्र प्रभावित हुए. हमने बार-बार अनुरोध किया लेकिन हमें अंदर नहीं जाने दिया गया. एक अन्य अभिभावक अनिल कुमार ने कहा कि परीक्षा केंद्र द्वारा पांच मिनट की छूट भी उनकी बेटी के लिए एक पूरा शैक्षणिक वर्ष बचा सकती थी. उन्होंने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तो आते-जाते रहेंगे, लेकिन अगर पुलिस ने परीक्षा केंद्र को सूचित किया होता और पांच मिनट की छूट दी होती तो क्या हो जाता?

दो मिनट की वजह से नहीं मिली एंट्री
अनिल कुमार ने बताया कि हालांकि उनकी बेटी सुबह 8.32 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंच गई थी, लेकिन दो मिनट देरी से पहुंचने के कारण उसे प्रवेश नहीं दिया गया. मीडिया से बात करते हुए एक अभिभावक ने उपमुख्यमंत्री से प्रभावित छात्रों के लिए परीक्षा पुनर्निर्धारित करने पर विचार करने की अपील की. ​​इस बीच, विशाखापत्तनम पुलिस ने एक बयान जारी कर काफिले और छात्रों के देर से पहुंचने के बीच किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है.

पुलिस ने कहा, यह स्पष्ट है कि उपमुख्यमंत्री का सुबह 8.41 बजे इलाके से गुजरना छात्रों के देरी से पहुंचने से संबंधित नहीं है, जिन्हें सुबह 7 बजे तक और निश्चित रूप से 8.30 बजे से पहले पहुंचना था. इसके अलावा, पुलिस ने इस बात पर जोर दिया कि अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या सबसे कम थी. जनसेना के संस्थापक ने सोमवार को अराकू निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया और आदिवासी समुदायों से बातचीत की तथा कुछ सड़क निर्माण परियोजनाओं का शुभारंभ किया.

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