ये 5 सबूत बता रहे कि पाकिस्तानी सेना ने बलूच लड़ाकों के सामने घुटने टेके, इज्जत बचाने के लिए बोला झूठ..

पाकिस्तान की सेना ने बोलन में ट्रेन हाईजैक के खत्म होने का दावा किया है, लेकिन 5 ऐसे सबूत हैं जो सीधे तौर पर इस हाईजैक के खत्म न होने की बात कह रहे हैं. बलूचिस्तान के लड़ाकों ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि पाकिस्तान के 150 सैनिक उसके कब्जे में हैं.बोलन में ट्रेन हाईजैक पर पाकिस्तान सेना का झूठ पकड़ा गया है. बलोच लिबरेशन आर्मी ने बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान की सेना जनता को गुमराह कर रही है. अभी भी उसके 150 जवान हमारे पास हैं. बीएलए का कहना है कि पाकिस्तान की सेना अपने जवानों को लेकर गंभीर नहीं है.

पाकिस्तान की सेना ने बोलन में ट्रेन हाईजैक के खत्म होने का दावा किया है, लेकिन 5 ऐसे सबूत हैं जो सीधे तौर पर इस हाईजैक के खत्म न होने की बात कह रहे हैं. बलूचिस्तान के लड़ाकों ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि पाकिस्तान के 150 सैनिक उसके कब्जे में हैं.बोलन में ट्रेन हाईजैक पर पाकिस्तान सेना का झूठ पकड़ा गया है. बलोच लिबरेशन आर्मी ने बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान की सेना जनता को गुमराह कर रही है. अभी भी उसके 150 जवान हमारे पास हैं. बीएलए का कहना है कि पाकिस्तान की सेना अपने जवानों को लेकर गंभीर नहीं है.

ट्रेन हाईजैक के 24 घंटे बाद यानी मंगलवार शाम को पाकिस्तान सेना के अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हाईजैक को लेकर ऑपरेशन को खत्म करने का दाव किया था, लेकिन ये दावे हवा-हवाई ही साबित हुए हैं. कैसे, आइए इसे 5 प्वॉइंट्स में विस्तार से समझते हैं…

1. ट्रेन के परिचालन का वीडियो जारी नहीं
बलोच लिबरेशन के लड़ाकों ने सोमवार को जफर एक्सप्रेस को हाईजैक किया था. ट्रेन को बोलन के पास एक सुरंग में रोका गया है. पाकिस्तान की सेना का दावा है कि उसने लड़ाकों को मार दिया है और हाईजैक को खत्म कर दिया है, लेकिन पाकिस्तान की सेना यह नहीं बता पाई है कि वहां से ट्रेन का परिचालन फिर से क्यों नहीं शुरू हो पाया है.

पाकिस्तान की सेना ने ऑपरेशन खत्म होने और ट्रेन के परिचालन का कोई वीडियो भी जारी नहीं किया है. उलटे पाकिस्तान रेलवे ने 3 दिन तक के लिए बलूचिस्तान में सभी ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया है.

आमतौर पर इस तरह की घटना जब भी होती है तो मीडिया या सरकार के जरिए घटनास्थल का फुटेज जारी किया जाता है. अब तक पाकिस्तान की सेना वहां का कोई वीडियो जारी नहीं कर पाई है. दूसरी तरफ बलोच लड़ाकों ने हाईजैक का एक वीडियो जारी किया है.

2. बीएलए के लड़ाकों को लेकर बोला गया झूठ
ऑपरेशन खत्म होने के बाद पाकिस्तान सेना की तरफ से कुछ स्थानीय पत्रकारों को बोलन ऑपरेशन की फोटो भेजी गई, जिसमें बीएलए के लड़ाकों के शवों की तस्वीर थी. पाकिस्तान के पत्रकार अनस मलिक और मुजमल वहराईच ने इसे सोशल मीडिया पर भी शेयर किया, लेकिन बाद में पता चला कि ये फोटो तो अप्रैल 2024 की है.

फैक्ट चेक होने के तुरंत बाद पत्रकारों ने फोटो को डिलीट कर लिया है. पाकिस्तान सेना का कहना है कि उसने 33 लड़ाकों को मार गिराया है, जबकि बीएलए ने सिर्फ 2 लोगों के मरने की बात स्वीकारी है.

3. क्वैटा क्यों ले गए 200 ताबूत, जवाब नहीं
पाकिस्तान सेना क्वैटा में 200 ताबूत लेकर पहुंची है. सेना के अधिकारियों से जब इसको लेकर सवाल पूछा गया तो उसने सही तरीके से जवाब नहीं दिया. सेना के अधिकारी यह नहीं बता पाए कि आखिर 200 ताबूत क्यों लेकर क्वैटा आए हैं.

बीएलए के लड़ाकों का कहना है कि सरकार बात नहीं मानती है तो हर घंटे 5 सैनिक को मारकर गिफ्ट में भेज देंगे.

4. देर रात तक ऑपरेशन की गूंज
स्थानीय अखबार बलूचिस्तान पोस्ट ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि देर रात तक ऑपरेशन की गूंज है. पाकिस्तान के सैनिकों ने पूरे इलाके को कब्जे में ले रखा है. लोगों के घर से निकलने पर मनाही है. पाक सेना के हेलिकॉप्टर रात में उड़ रहे हैं.

अखबार के मुताबिक ऑपरेशन में 240 जवान लगे हैं. पहाड़ और सुरंग होने की वजह से ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही है.

5. लड़ाकों के नाम और हथियार की जानकारी नहीं
बीएलए ने ट्रेन हाईजैक के बाद पाकिस्तान सैनिकों की पूरी डिटेल जारी की थी, लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान की सेना ने ऑपरेशन खत्म होने के बाद न तो लड़ाकों की कोई जानकारी दी है और न ही उन लोगों के पास से जब्त हथियारों की.

आमतौर पर ऑपरेशन खत्म होने के बाद पुलिस और प्रशासन इस तरह की पूरी जानकारी मीडिया को देती है, ताकि लोगों में उम्मीद जग सके. कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना ऑपरेशन से अपना पल्ला झाड़कर खुद की किरकिरी होने से बचा रही है.

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